अफगानिस्तान के हेरात में शुक्रवार को भारतीय दूतावास पर आतंकी हमला हुआ.
दूतावास के सुरक्षाकर्मियों और आतंकियों के बीच गोलाबारी व फायरिंग में तीन आतंकी मार गिराए गए हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने हमले की पुष्टि कर दी है.
हेरात में भारतीय दूतावास के सभी अधिकारी पूरी तरह सुरक्षित हैं.
सुरक्षाबलों ने दूतावास की घेराबंदी कर ली है. आईटीबीपी व अफगान सेना के जवान मुस्तैदी के साथ आतंकियों से लोहा ले रहे हैं.
इस हमले में आतंकियों की कुल तादाद पांच बताई जा रही है.
दिल्ली में आईटीबीपी के डीजी सुभाष गोस्वामी ने इस बात की पुष्टि की कि मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर हो चुका है और कार्रवाई अभी जारी है.
आतंकी हमले की जिम्मेदारी अब तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है.
पाकिस्तान ने भारतीय दूतावास पर हुए हमले की निंदा की है.
पाकिस्तान ने हर तरह के आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि राजनयिक मिशन को निशाना बनाए जाने को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता.
पाकिस्तान के बयान में इस बात पर राहत जताई गई कि हमले में दूतावास के सभी अधिकारी सुरक्षित हैं.
भारत हमेशा से ही अफगानिस्तान से बेहतर रिश्ते बनाने का पक्षधर रहा है, जबकि तालिबानी आतंकी इस तरह की वारदात को अंजाम देकर माहौल बिगाड़ने में लगे रहते हैं.
भारत में नरेंद्र मोदी 26 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं और उससे पहले ही यह तरह की घटना भड़काने की कोशिश हो सकती है.
इससे पहले अफगानिस्तान के ही जलालाबाद में भी 2 अगस्त 2013 को भारतीय दूतावास पर आत्मघाती हमला हो चुका है.
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए SAARC के सभी देशों को न्योता भेजा गया है. अफगानिस्तान की ओर से राष्ट्रपति हामिद करजई समारोह में शामिल होने को तैयार हैं.