अतुल, उधार और बैंक कर्ज की रकम भी समय पर नहीं दे पा रहा था, जिससे चारों ओर से वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. दो दिन पहले ही वह अकोला आया था. मंगलवार को पुणे जाने से पहले घर वालों को यह कहकर घर से निकल गया कि कुछ देर में आता हूं. देर रात तक घर पर नहीं आने के कारण परिवार वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की लेकिन दूसरे दिन सुबह उसकी लाश खेत में आम के पेड़ के नीचे मिली.