हर साल दीपावली और छठ पूजा के मौके पर लाखों लोग बड़े शहरों से अपने घर गांव की ओर जाते हैं. ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती होती है ट्रेन का कन्फर्म टिकट पाना, क्योंकि अक्सर बुकिंग दो महीने पहले ही 'वेटिंग' में चली जाती है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप त्योहार पर घर नहीं जा पाएंगे. घबराइए नहीं, भारतीय रेलवे और अन्य ट्रैवल विकल्प आपके लिए कई स्मार्ट ट्रिक्स पेश करते हैं. इन आसान तरीकों को अपनाकर आप आसानी से अपनी यात्रा का जुगाड़ कर सकते हैं.
अगर रेगुलर ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट है, तो तुरंत स्पेशल ट्रेनें चेक करें. भारतीय रेलवे हर साल त्योहारों के सीज़न में यात्रियों की भीड़ को देखते हुए हज़ारों अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाता है. इस साल भी दीपावली और छठ पर 12,000 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलने की घोषणा हुई है. दरअसल ये ट्रेनें सामान्य ट्रेनों से अलग होती हैं और इनमें टिकट मिलने की संभावना काफी ज़्यादा होती है. ये ट्रेनें अक्सर बाद में शुरू होती हैं, इसलिए बुकिंग के लिए इन्हें लगातार देखते रहें.
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अगर आपका प्लान लेट बना है, तो आपके पास तत्काल टिकट का विकल्प है. ध्यान रखें कि इसकी बुकिंग यात्रा से ठीक एक दिन पहले ही खुलती है, एसी क्लास के लिए सुबह 10 बजे और नॉन-एसी के लिए सुबह 11 बजे.
तत्काल का स्मार्ट ट्रिक: तत्काल कोटा कुछ ही मिनटों में फुल हो जाता है. इसलिए, टिकट बुक करने से पहले ही यात्री की सारी डिटेल्स (नाम, आयु आदि) सेव करके रखें. कोटा खुलने से कुछ मिनट पहले ही सबसे तेज़ इंटरनेट स्पीड वाले जगह पर बैठें, ताकि आप समय बर्बाद किए बिना तुरंत पेमेंट करके टिकट बुक कर सकें.
अगर आपके रूट की सीधी ट्रेन (Direct Train) में वेटिंग लिस्ट बहुत लंबी है, तो ब्रेक जर्नी का तरीका अपनाएं. इसका मतलब है कि आप अपनी यात्रा को दो या दो से अधिक हिस्सों में बांट लें. उदाहरण के लिए, अगर आपको दिल्ली से पटना जाना है और सीधी ट्रेन नहीं मिल रही, तो आप दिल्ली से लखनऊ तक का टिकट लें और फिर लखनऊ से पटना के लिए दूसरी ट्रेन बुक करें. यह तरीका कई बार सफ़ल हो जाता है, क्योंकि बीच के स्टेशनों के लिए कोटा ज़्यादा खाली रहता है.
वैकल्पिक ट्रेन आवास योजना (ATAS), जिसे 'विकल्प' भी कहा जाता है. यह वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को कन्फर्म सीट दिलाने के लिए रेलवे की एक बेहतरीन योजना है. ध्यान देने की बात यह है कि टिकट बुक करते समय वैकल्पिक ट्रेन (Alternate Trains) का विकल्प चुनें. यदि आपकी बुक की गई ट्रेन में टिकट कन्फर्म नहीं होता है, तो रेलवे उसी रूट पर उपलब्ध किसी दूसरी ट्रेन में आपको बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के कन्फर्म सीट दे देता है. यह आपके घर पहुंचने का एक भरोसेमंद तरीका है.
अगर ट्रेन में बिल्कुल भी गुंजाइश नहीं दिख रही है, तो बस की ओर देखें. राज्य परिवहन निगम त्योहारों पर अतिरिक्त बसें चलाते हैं, जो अक्सर ट्रेन से सस्ती भी होती हैं. इनकी बुकिंग राज्य परिवहन की आधिकारिक वेबसाइट पर एडवांस में ही की जा सकती है. इसके अलावा, प्राइवेट बस ऑपरेटर (जैसे RedBus) भी अतिरिक्त बसें चलाते हैं, जिनमें किराया थोड़ा ज़्यादा हो सकता है लेकिन सीट आसानी से मिल जाती है.
जिन लोगों को लंबी दूरी तय करनी है, वे फ्लाइट से भी यात्रा प्लान कर सकते हैं. ट्रेन की तुलना में इसमें टिकट मिलना थोड़ा आसान होता है, लेकिन हां, इसके लिए भी आपको एडवांस बुकिंग करनी होगी ताकि किराया बजट में रहे.