वेस्ट कामेंग (West Kameng) भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश का एक सुंदर और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला है. यह जिला प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से समृद्ध है. वेस्ट कामेंग की सीमाएं उत्तर में तिब्बत, पश्चिम में भूटान, दक्षिण में असम और पूर्व में तवांग जिले से लगती हैं.
वेस्ट कामेंग की भौगोलिक स्थिति पहाड़ी है और यह हिमालय की तलहटी में स्थित है. यहां की जलवायु ठंडी और आर्द्र होती है, खासकर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी भी होती है. इस जिले में कामेंग नदी बहती है, जो जीवनदायिनी जल स्रोत के रूप में कार्य करती है.
वेस्ट कामेंग प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है. यहां अनेक दर्शनीय स्थल हैं. बोमडिला- यहां से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है. बोमडिला मठ – यह एक बौद्ध मठ है जो तिब्बती स्थापत्य शैली में बना है और धार्मिक आस्था का केंद्र है. सांग्ती घाटी- यह स्थान दुर्लभ काले गले वाले सारस (Black Necked Crane) के लिए प्रसिद्ध है. ईगल नेस्ट वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी- यह वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग है, जहां पक्षियों की सैकड़ों प्रजातियां पाई जाती हैं.
यहां मुख्य रूप से मोनपा, शेरडुकपेन, अखा, बुगुन और मिजो जैसी जनजातियां निवास करती हैं. उनकी संस्कृति, वेशभूषा, हस्तशिल्प और त्योहार जिले की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं. लोसार, छोसकर और तेंग्या त्योहार बड़े उत्साह से मनाए जाते हैं.
वेस्ट कामेंग की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि, पशुपालन और हस्तशिल्प पर आधारित है. सेब, संतरा और बांस के उत्पाद यहां के प्रमुख कृषि उत्पाद हैं. इसके अलावा, पर्यटन भी यहां के लोगों की आय का एक प्रमुख स्रोत बनता जा रहा है.
भारत-चीन और भारत-भूटान सीमा के निकट स्थित होने के कारण वेस्ट कामेंग का सामरिक महत्व भी बहुत अधिक है. यहां भारतीय सेना की मजबूत उपस्थिति है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से एक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है.