व्योमेश शुक्ल (Vyomesh Shukla) एक बहुमुखी हिंदी साहित्यकार हैं. वे एक कवि, आलोचक, अनुवादक, रंग‑निर्देशक और संस्कृतिकर्मी के रूप में प्रसिद्ध हैं. उनका जन्म जनपद वाराणसी (बनारस) में 25 जून 1980 को हुआ था.
उनके काव्य-संग्रह में फिर भी कुछ लोग (2009), काजल लगाना भूलना (2020) प्रमुख है. उन्होंने इलियट वाइनबर्गर की What I Heard About Iraq का हिंदी अनुवाद (2005), जो ‘पहल’ पत्रिका से प्रकाशित हुआ. साथ ही नोम चॉम्स्की, रेमेंड विलियम्स, टेरी ईगल्टन जैसे विश्व‑साहित्यकारों के लेखों के हिंदी अनुवाद भी किए.
उन्हें अंकुर मिश्र स्मृति पुरस्कार (2008), भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार (2009), रजा फाउंडेशन फैलोशिप (2011), भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता – जनकल्याण सम्मान और रंग‑निर्देशन के लिए संगीत नाटक अकादमी का ‘उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ां युवा पुरस्कार’ मिल चुका है.