स्वरूपनगर (Swarupnagar) पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जो बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ होने के कारण सामरिक और प्रशासनिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है. यह इलाका मुख्य रूप से ग्रामीण स्वरूप में बसा है और अपनी शांत जीवनशैली, प्राकृतिक सुंदरता और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाता है. स्वरूपनगर की आबादी विविध है और यहां हिंदी, बंगाली और उर्दू बोलने वाले समुदायों का मिलाजुला सांस्कृतिक वातावरण देखने को मिलता है.
कृषि यहां लोगों की आजीविका का प्रमुख साधन है. धान, सरसों, सब्जियों के साथ-साथ फूलों की खेती भी बड़े पैमाने पर होती है. स्वरूपनगर का साप्ताहिक बाजार और स्थानीय व्यापारिक केंद्र आसपास के गांवों और कस्बों के लिए महत्वपूर्ण खरीद-बिक्री स्थल हैं. यहां की सड़क कनेक्टिविटी उत्तर 24 परगना के प्रमुख हिस्सों से जुड़ी हुई है, जिससे लोगों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक सुगम पहुंच मिलती है.
स्वरूपनगर के आस-पास कई महत्वपूर्ण शहर और कस्बे स्थित हैं, जिनका सामाजिक और आर्थिक रूप से इस क्षेत्र से गहरा संबंध है. दक्षिण में बशीरहाट स्वरूपनगर का सबसे नजदीकी प्रमुख शहर है, जो स्वास्थ्य सुविधाओं, स्कूल-कॉलेजों और बड़े बाजारों के लिए प्रसिद्ध है. उत्तर दिशा में टीटागढ़ और बारासात महत्वपूर्ण शहरी केंद्र हैं, जहां से कोलकाता व अन्य शहरों की ओर परिवहन और नौकरी की अवसरों के लिए लोग नियमित रूप से आते-जाते हैं. सीमा के दूसरी ओर बांग्लादेश का सातकिरा शहर भी काफी नजदीक है, जिससे ऐतिहासिक रूप से सांस्कृतिक और पारिवारिक संबंध जुड़े रहे हैं.
हाल के वर्षों में सरकार द्वारा सड़क, शिक्षा और सुरक्षा से संबंधित परियोजनाओं में बढ़ोतरी के कारण स्वरूपनगर में विकास की रफ्तार तेज हुई है. सीमावर्ती इलाका होने के कारण यहाँ सीमा सुरक्षा बल (BSF) की तैनाती हमेशा रहती है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनी रहती है.