संजय चौहान (Sanjay Chauhan) एक पटकथा लेखक थे (Screenwriter), जिन्हें फिल्म 'आई एम कलाम' और 'पान सिंह तोमर' के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है. 'आई एम कलाम' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुका है (Sanjay Chauhan Award). उनका 60 वर्ष की उम्र में 12 जनवरी 2023 को मुंबई (Mumbai) में निधन हो गया (Sanjay Chauhan Passes away). वह लीवर की बीमारी से जूझ रहे थें.
भोपाल में 1962 में जन्मे संजय के पिता भारतीय रेलवे के कर्मचारी थे और उनकी मां एक स्कूल टीचर थीं (Sanjay Chauhan Family). संजय का पालन-पोषण और पढ़ाई भोपाल (Bhopal) में ही हुआ था. 1990 के दशक में उन्होंने दिल्ली में एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था (Sanjay Chauhan as a Journalist).
कुछ सालों बाद वह मुंबई चले गए. उन्होंने सोनी टीवी के लिए टीवी सीरीज भंवर लिखा. उन्होंने कई फिल्मों डायलॉग भीलिखी थीं. उनके लिखे फिल्मों में हजारों ख़्वाहिशें ऐसी (2003), धूप (2003), सिसकियान (2005), सलाम इंडिया कहें (2007), मैंने गांधी को नहीं मारा (2005), सही या गलत (2010), आई एम कलाम (2011), साहेब, बीवी और गैंगस्टर (2011), पान सिंह तोमर (2012) और साहेब, बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स (2013) शामिल है (Sanjay Chauhan Films).