पश्चिम बंगाल के पास्चात्य क्षेत्र में स्थित रानीगंज (Raniganj) एक प्रसिद्ध औद्योगिक और ऐतिहासिक नगर है, जो पश्चिम बर्धमान जिले का हिस्सा है. दामोदर नदी के निकट बसा रानीगंज मुख्य रूप से कोयला खनन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है और ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) तथा झरिया–रानीगंज कोलफील्ड के कारण राज्य और देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है. यह स्थान बंगाल के इकोनॉमिक कॉरिडोर में शामिल होने के कारण परिवहन, व्यापार और रोजगार के बड़े केंद्रों में गिना जाता है.
यहां की जनसंख्या में बंगाली, हिंदी और भोजपुरी बोलने वाले प्रमुख समुदाय शामिल हैं. तेजी से बढ़ते उद्योगों और व्यावसायिक गतिविधियों के कारण शहर में प्रवासी आबादी भी लगातार बढ़ रही है. शिक्षा, हेल्थकेयर, आवास और बाजार के बेहतर विस्तार की वजह से यह क्षेत्र निवास और व्यवसाय दोनों के लिए पसंदीदा होता जा रहा है.
रानीगंज के आसपास कई महत्वपूर्ण शहर और कस्बे स्थित हैं, जिनके माध्यम से यहां का व्यापार और आवाजाही सुचारु रहती है. आसनसोल रानीगंज का सबसे निकट और प्रमुख शहर है, जो उद्योग, रेलवे तथा परिवहन नेटवर्क के लिए जाना जाता है. इसके अतिरिक्त दुर्गापुर, बर्नपुर, पांडवेश्वर, अंडाल और कुल्टी भी नजदीकी प्रमुख शहरों में शामिल हैं. रानीगंज से दुर्गापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के माध्यम से आसानी से जुड़ा हुआ है, जबकि कोलकाता की दूरी लगभग 180 किलोमीटर है.
यह क्षेत्र धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी सक्रिय है, जहां दुर्गा पूजा, काली पूजा और छठ पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाए जाते हैं.