राहुल अवस्थी
राहुल अवस्थी (Rahul Awasthi) एक भारतीय कवि और राष्ट्रवादी रचनाकार है. उनकी कविताएं, देश और देशभक्ति की भावनाओं से सरावोर रहती हैं. डा राहुल के स्वर में एक राष्ट्रवाद के प्रति प्रेम है तो भ्रष्टाचार का उपचार भी बताती है. राहुल ने बहुत कम समय में ही साहित्य की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना ली है. वह अपनी खास गद्य-शैली के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने देश विदेश में कई काव्यमंचो पर अपनी कविताओं की प्रस्तुतियों के लिए प्रसिद्ध हैं (Rahul Awasthi Poet).
राहुल अवस्थी का जन्म 10 सितम्बर 1980 को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुआ था (Rahul Awasthi Age). उन्होंने हिन्दी में पीएचडी किया है (Rahul Awasthi Education) और बरेली कालेज के हिन्दी विभाग में लेक्चरर के रूप में कार्य कर रहे हैं (Rahul Awasthi Job).
उनकी कविताओं में जिंदगी से जुड़ी मुश्किलों की झलक मिलती है. जीवन से प्रेरणा लेकर लिखी उनके काव्य काफी सम्वेदनशील हैं. ‘हमें तुम गुनगुनाओगे’ में भी उन्होंने जिंदगी के उतार चढ़ाव को गाने का रूप दिया. इनकी यह कविता भी काफि लोकप्रिय है. राहुल अवस्थी ने हजारों कविताएं लिखीं हैं (Rahul Awasthi Poetry), जिमको खूब प्रसिद्धी मिली है. उनकी रचनात्मक खूबी के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं (Rahul Awasthi Awards).