नारायणपेट
नारायणपेट (Narayanpet) भारत के तेलंगाना राज्य के 33 जिलों में से एक जिला है (District of Narayanpet). नारायणपेट जिला मुख्यालय भी है. जिले की सीमाएं महबूबनगर, विकाराबाद, वानापर्थी और जोगुलम्बा गडवाल जिलों और कर्नाटक राज्य के साथ लगती हैं (Narayanpet Location). जिले का कुल क्षेत्रफल कुल 2,336 किमी है (Narayanpet Area).
2011 की जनगणना के अनुसार नारायणपेट जिले की जनसंख्या 5,66,874 है (Narayanpet Population), जिनमें से पुरुष और महिलाों अनुपात 1009 है (Narayanpet Sex Ratio). 89 फीसदी जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती थी. जिले की साक्षरता दर 49.93 फीसदी है (Narayanpet Literacy).
जिले में नारायणपेट का 1 राजस्व प्रभाग है और इसे 11 मंडलों में विभाजित किया गया है (Narayanpet Division). जिले में एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है (Narayanpet Constituency).
ऐतिहासिक रूप से "नारायणपेटा" 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व पालमूर क्षेत्र में रहा है. बाद में नंद, मौर्य, सातवाहन, इक्ष्वाका, विष्णुकुंडिन, बादामी चालुक्य, कंदुरी चोदास, काकतीय, देवगिरी के यादव, चेरुकु राजा, वाविला राजा, मुनुसुरी राजवंश, हैदराबाद के विजयनगर राजा, रेचारला पद्मनायक, कुतुबशाही, मुगल और निजाम ने इस क्षेत्र पर अपने राज्य के हिस्से के रूप में शासन किया. इस क्षेत्र को हैदराबाद के निजाम चोल महबूब अली खान आसफ जाह VI की भूमि के रूप में जाना जाता था. 4 दिसंबर 1890 को इसका नाम बदलकर नारायणपेट कर दिया गया (Narayanpet History). गोलकोंडा में पाया जानाे वाला प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा (KOhinoor Diamond), नारायणपेट जिले के क्षेत्र से आते हैं.