कुतले खान
कुतले खान (Kutle Khan) भारत के सबसे रचनात्मक कलाकारों में से एक के रूप में पहचाना जाता है. वह एक गायक, गीतकार और संगीतकार हैं. वह एक दुर्जेय मल्टी-इंस्ट्रूमेंटलिस्ट भी हैं, जिन्होंने 9 से अधिक पर्क्यूशन इंस्ट्रूमेंट्स में महारत हासिल की है और बेहद आसानी से शैलियों के बीच तालमेल बनाते हैं. खान हिंदी, तेलुगु, तमिल और कन्नड़ भाषा में गीत गाते हैं (Kutle Khan Singer).
कुतले खान, राजस्थान रूट्स से भी जुड़े हुए हैं. यह एक सामूहिक फ्यूजन बैंड है जिसमें राजस्थान के लोक संगीतकार शामिल हैं. वे लोक और समकालीन संगीत बनाते हैं. साथ ही, विभिन्न वाद्ययंत्रों का उपयोग करते हैं जैसे मोरचांग (यहूदी की वीणा), खुरताल (कास्टनेट), अलगोजा (पुंगी), खमैचा (झुका हुआ तार वाद्य), नागरा, खोल, एकतारा, बंसुरी, तबला, तंबुरा और हारमोनियम. कुतले खान के अलावा राजस्थान रूट्स में आदित्य भसीन, नाथू लाल सोलंकी, बिस्मिल्लाह खान और नैन्सी भी शामिल हैं. ये सब संगीतकार 2011 में राजस्थान के जैसलमेर में एक टीवी संगीत कार्यक्रम, द देवरिस्ट्स में दिखाई दिए थें. वहां उन्होंने श्री और मोनिका डोगरा के साथ चेंजिंग वर्ल्ड नाम का एक गाना रिकॉर्ड किया (Kutle Khan with Rajasthan Roots).
कैसे गुज़रता है एक संगीतकार का जीवन? कैसे बजते हैं वो स्वर और राग? जानें कुट्ले खान के जीवन की कुछ अद्वितीय कहानियां, और जीवंत कर देने वाले उनके गाने. कुट्ले खान की जुबानी सुने संगीतकारों के जीवन की कहानी.