कुमारगंज (Kumarganj) पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण ब्लॉक और कस्बा है. यह क्षेत्र अपनी शांत जीवनशैली, कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था और गांवों में बसे सांस्कृतिक वातावरण के लिए जाना जाता है. प्रशासनिक दृष्टि से कुमारगंज कई ग्राम पंचायतों से मिलकर बना है और यहां शिक्षा, चिकित्सा और छोटे व्यवसायों से जुड़े आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं.
कुमारगंज की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से खेती और पशुपालन पर आधारित है. धान, सब्जियां, दलहन और तेलहन यहां की प्रमुख फसलें हैं. स्थानीय मंडियों में आसपास के ब्लॉकों और कस्बों से भी किसान अपनी पैदावार बेचने आते हैं. यहां छोटी हस्तशिल्प इकाइयों, डेयरी व्यवसाय और कुटीर उद्योगों का भी विकास हो रहा है, जिससे ग्रामीणों को रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं.
कुमारगंज की आबादी तेजी से बढ़ रही है. उपलब्ध आंकड़ों और स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार यहां की अनुमानित जनसंख्या लगभग 2 लाख (200,000) के आसपास मानी जाती है. जनसंख्या का अधिकतर हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करता है. हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय यहां मिलकर रहते हैं और संस्कृति तथा त्योहारों का मिश्रित स्वरूप देखने को मिलता है.
कुमारगंज के पास शिक्षा के लिए कई प्राथमिक और उच्च विद्यालय मौजूद हैं, जबकि उच्च शिक्षा के लिए निकटवर्ती शहरों पर निर्भरता बनी रहती है. स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्थानीय ब्लॉक हेल्थ सेंटर और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र सक्रिय हैं.
कुमारगंज के आसपास कई प्रमुख शहर और कस्बे स्थित हैं, जिनमें डायमंड हार्बर, काकद्वीप, कालीघाट, बरुईपुर और अलिपुर प्रमुख हैं. कोलकाता कुमारगंज से लगभग 55-60 किलोमीटर दूर स्थित है. परिवहन की दृष्टि से सड़क मार्ग से यहां पहुंचना आसान है और रेलवे स्टेशन पास के कस्बों से सुविधा उपलब्ध कराता है.