जॉनसन एंड जॉनसन (जे एंड जे) (Jonson and Jonson) 1886 में स्थापित एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निगम है जो चिकित्सा उपकरणों, फार्मास्यूटिकल्स और उपभोक्ता पैक सामान का प्रोडक्शन करता है. जॉनसन एंड जॉनसन दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है. साथ ही, केवल दो अमेरिकी-आधारित कंपनियों में से एक है, जिसकी AAA की प्रमुख क्रेडिट रेटिंग है.
जॉनसन एंड जॉनसन का मुख्यालय न्यू ब्रंसविक, न्यू जर्सी में है और उपभोक्ता डिवीजन स्किलमैन, न्यू जर्सी में स्थित है (Jonson and Jonson Headquarter). यह 60 देशों में है और इसकी लगभग 250 सहायक कंपनियां हैं. इसके 175 से अधिक देशों में बेचे जाने वाले उत्पाद शामिल हैं (Jonson and Jonson Companies). जॉनसन एंड जॉनसन की कैलेंडर वर्ष 2021 के दौरान दुनिया भर में 93.8 बिलियन डॉलर की बिक्री हुई थी.
जॉनसन एंड जॉनसन के ब्रांडों में दवाओं और प्राथमिक चिकित्सा आपूर्तियों के कई घरेलू उत्पाद शामिल हैं. इसके प्रसिद्ध उपभोक्ता उत्पादों में बैंडेज की बैंड-एड ब्रांड लाइन, टाइलेनॉल दवाएं, जॉनसन के बेबी उत्पाद, न्यूट्रोजेना त्वचा और सौंदर्य उत्पाद, क्लीन एंड क्लियर फेशियल वॉश और एक्यूव्यू कॉन्टैक्ट लेंस शामिल हैं. जॉनसन एंड जॉनसन की फार्मास्यूटिकल शाखा जैनसेन फार्मास्यूटिकल्स है (Jonson and Jonson Products).
कंपनी ने नवंबर 2021 में घोषणा की कि वह सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली दो कंपनियों में विभाजित हो जाएगी- एक उपभोक्ता उत्पादों पर केंद्रित है और दूसरी फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा प्रौद्योगिकियों (Jonson and Jonson divided in 2 Companies).
62 वर्षीय महिला जैकलीन फॉक्स 2015 में ओवेरियन के कैंसर से मृत्यु हो गई थी. परिवारज द्वारा मुकदमें में दावा किया गया कि टैल्क-आधारित पाउडर एस्बेस्टस से दूषित है, जिसके कारण ओवेरियन कैंसर हुआ था (Jonson and Jonson Ovarian Cancer). 2016 में, J&J को आदेश दिया गया था कि वह के परिवार को हर्जाने के रूप में 72 मिलियन डॉलर का भुगतान करे. इसके बाद J & J 26,000 से अधिक मुकदमें किए गए. कंपनी ने घोषणा की कि वह 2023 तक टैल्क-आधारित पाउडर बनाना बंद कर देगी और इसे कॉर्नस्टार्च-आधारित पाउडर से बदल देगी. कंपनी का कहना है कि टैल्क-आधारित पाउडर उपयोग करने के लिए सुरक्षित है और इसमें एस्बेस्टस नहीं है (Jonson and Jonson Talc Powder Controversy).
Johnson & Johnson के बेबी पाउडर के खिलाफ साल 2021 में कनेक्टिकट की कोर्ट में मुकदमा दायर कराया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि इसमें एस्बेस्टस (एक प्रकार का हानिकारक फाइबर) है, जिससे Mesothelioma जैसा दुर्लभ कैंसर होने का खतरा है.