दूधसागर वॉटरफॉल (Dudhsagar Waterfall), गोवा (Goa) का सबसे आकर्षक प्राकृतिक स्थल माना जाता है, जिसे भारत के सबसे ऊंचे और मनमोहक जलप्रपातों में शुमार किया जाता है. यह जलप्रपात गोवा-कर्नाटक सीमा पर मांडवी नदी पर स्थित है और समुद्र तल से लगभग 310 मीटर (1017 फीट) की ऊंचाई से गिरता है. पानी के तेज बहाव और सफेद झाग के कारण यह दूर से बिल्कुल दूध की धारा जैसा दिखता है, इसी वजह से इसका नाम ‘दूधसागर’ पड़ा.
दूधसागर वॉटरफॉल पश्चिमी घाटों के घने जंगलों के बीच स्थित है, जो इसे और भी रहस्यमय और खूबसूरत बनाता है. मॉनसून के मौसम में यहां का जलस्तर कई गुना बढ़ जाता है, जिससे यह वॉटरफॉल अपनी पूरी भव्यता के साथ नजर आता है. इस दौरान आसपास का जंगल हरा-भरा हो जाता है और नदी का प्रवाह बेहद ताकतवर हो जाता है.
दूधसागर तक पहुंचने के लिए दो प्रमुख रास्ते हैं कोलेम (Kulem) और कैसल रॉक (Castle Rock)। पर्यटक जीप सफारी के माध्यम से झरने के बिल्कुल नजदीक तक पहुंच सकते हैं, वहीं रोमांच पसंद करने वालों के लिए ट्रैकिंग का अनुभव भी खास होता है. पुराने समय में लोग रेलवे ट्रैक के रास्ते पहुंचते थे, लेकिन अब यह मार्ग प्रतिबंधित है.
यहां पहुंचने पर यात्रियों का स्वागत प्राकृतिक धुंध, तेज गर्जना और गिरते पानी की ठंडी फुहारों से होता है. झरने के सामने बनी प्राकृतिक झील में नहाना एक यादगार अनुभव माना जाता है, हालांकि सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी है.
दूधसागर वॉटरफॉल न केवल गोवा के पर्यटन का अहम हिस्सा है, बल्कि कई फिल्मों की शूटिंग के कारण भी खासा लोकप्रिय रहा है. यहां का शांत वातावरण, मनोहारी दृश्य और प्राकृतिक सुंदरता हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देती है.