डोमिनिक लैपियर (Dominique Lapierre) फ्रांस के प्रतिष्ठित लेखक और पत्रकार थे, जिनका जन्म 30 जुलाई 1931 को चेटेलॉयन-प्लाज, फ्रांस में हुआ था और 2 दिसंबर 2022 को उनका देहांत हो गया. पियर का परिवार अमेरिका में राजनयिक था; 13 वर्ष की उम्र में ही वे न्यू ऑरलियंस चले गए.
लैफायट कॉलेज से अर्थशास्त्र में फुलब्राइट छात्रवृत्ति पाकर स्नातक की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने पत्रकारीता में शुरुआत की, पहले Paris Match से, फिर कॉलिन्स संग संयुक्त लेखन अमेरिका और यूरोप में काम किया.
उनकी पुस्तकों ने दुनिया भर में 50–100 मिलियन से अधिक प्रतियां बेचीं. बंगाल और पूरे भारत में उन्हें एक ‘अपनाया पुत्र’ (adopted son) के रूप में याद किया जाता है. लैपियर ने City of Joy की रॉयल्टी का लगभग आधा भाग कोलकाता में स्लम सेवाओं, कुष्ठ-रोग बच्चों, स्कूलों, डिस्पेंसरीज़, ट्यूबवेल और सैनीटेशन प्रोजेक्ट्स में दान किया.
उन्होंने कोलकाता में City of Joy Foundation और Action For Leper Children in Calcutta जैसी संस्थाएं स्थापित कीं, जो हजारों बच्चों की मदद कर रही हैं. Bhopal गैस त्रासदी पर लिखी “Five Past Midnight in Bhopal” की आय से भोपाल में चिकित्सा क्लिनिक (“Sambhavna”) और स्कूल खोले. भारत सरकार ने उन्हें 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित किया.