डांसिंग ऑन द ग्रेव (Dancing On the Grave), शाकिरा खलीली (Shakereh Khaleeli) की मौत की भयानक कहानी पर आधारित एक डॉक्यू सीरीज है, जिसके निर्देशक पैट्रिक ग्राहम हैं. डांसिंग ऑन द ग्रेव, इंडिया टुडे ओरिजिनल्स द्वारा प्रस्तुत किया गया है. इसे प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया गया है. यह फिल्म 1991 में लापता हुए शकेरे नमाजी की हत्या की जांच के बारे में है.
शाकिरा खलीली बेंगलुरू (Bengaluru) की रहने वाली थीं. 19 साल की उम्र में उनकी शादी राजनयिक अकबर खलीली से हुई थी. उनकी चार बेटियां थीं. हालांकि, अकबर अपने काम के कारण ज्यादातर देश से बाहर रहते थें. उनकी शादी में खटास आ गई और शाकिरा दिल्ली के स्वामी श्रद्धानंद उर्फ मुरली मनोहर मिश्रा (Shradhanand aka Murali Manohar Mishra) के नजदीक आती गईं. 1985 में अकबर और शाकिरे अलग हो गए और तलाक के छह महीने के भीतर, उन्होंने बेगलुरू में श्रद्धानंद से शादी कर ली और बेंगलुरू के रिचमंड रोड में रहने लगे. उनकी चारों बेटियां अपने पिता के साथ इटली चली गईं. शाकिरा की दूसरी बेटी सबा फोन कॉल के जरिए अपनी मां के संपर्क में रहीं (Dancing On the Grave Shakereh Khaleeli Life).
1991 में, कॉल आना बंद हो गए, जिससे उन्हें संदेह हुआ. महीनों तक श्रद्धानंद के बहाने सुनने के बाद, सबा ने 10 जून 1992 को एक गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. सफलता तीन साल बाद मिली जब शकिरा का शव उसके अपने घर के आंगन से निकाला गया (Dancing On the Grave Shakereh Khaleeli Murder). इस मर्डर में श्रद्धानंद को उम्रकैद मिली है (Shradhanand in Prison).