बहादुरगढ़ (Bahadurgarh), हरियाणा के झज्जर जिले में स्थित एक तेजी से विकसित होता शहर है, जिसे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) का “गेटवे ऑफ हरियाणा” भी कहा जाता है. दिल्ली की पश्चिमी सीमा से सटा यह शहर अपनी रणनीतिक लोकेशन, औद्योगिक क्षेत्रों और शिक्षा के केंद्र के रूप में खास पहचान रखता है. राष्ट्रीय राजमार्ग-9 (NH-9) पर स्थित बहादुरगढ़ दिल्ली से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर है, जिससे यहां परिवहन और व्यापार की गतिविधियां काफी सक्रिय रहती हैं.
शहर का इतिहास मुगल काल से जुड़ा है और इसका नाम 18वीं सदी के शासक नाजीबुद्दौला के पुत्र बहादुर खान के नाम पर रखा गया था. आज बहादुरगढ़ आधुनिकता और पारंपरिक संस्कृति का संतुलित मिश्रण दिखाता है. यहां हरियाणा की प्रसिद्ध झांकी, लोक नृत्यों और त्यौहारों की छाप साफ दिखाई देती है.
औद्योगिक दृष्टि से बहादुरगढ़ हरियाणा के सबसे प्रमुख शहरों में से एक माना जाता है. यहां सैकड़ों छोटे-बड़े औद्योगिक यूनिट्स मौजूद हैं, जिनमें जूता उद्योग विशेष रूप से प्रसिद्ध है. शहर को ‘फुटवियर का हब’ भी कहा जाता है, क्योंकि यहां देशभर में सप्लाई होने वाले जूतों और फुटवियर का विशाल उत्पादन होता है. इसके अलावा ऑटोमोबाइल पार्ट्स, प्लास्टिक उद्योग और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स भी बड़े स्तर पर कार्यरत हैं.
शिक्षा के क्षेत्र में भी बहादुरगढ़ ने अपनी खास जगह बनाई है. यहां कई कॉलेज, इंजीनियरिंग संस्थान और स्कूल मौजूद हैं, जिनमें पीडीएम यूनिवर्सिटी और ब्लू बेल्स जैसे संस्थान प्रमुख हैं. मेट्रो कनेक्टिविटी के जुड़ने के बाद शहर में रियल एस्टेट और व्यवसाय तेजी से बढ़ा है.
कुल मिलाकर, बहादुरगढ़ न सिर्फ एक औद्योगिक शक्ति है, बल्कि रहने, पढ़ने और निवेश करने के लिए भी एक उत्कृष्ट शहर बन चुका है. श्रमशक्ति, व्यापार और शिक्षा की मजबूती के साथ यह भविष्य में हरियाणा का और भी बड़ा आर्थिक केंद्र बनने की क्षमता रखता है.