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आदित्य प्रसाद दास

आदित्य प्रसाद दास

आदित्य प्रसाद दास

आदित्य प्रसाद दास, प्रोफेसर

आदित्य प्रसाद दास (Aditya Prasad Dash) डेंगू, मलेरिया, काला-अजार और चिकनगुनिया जैसे वेक्टर जनित उष्णकटिबंधीय रोगों में विशेषज्ञता वाले एक प्रतिष्ठित जीवविज्ञानी हैं, जो पांच दशकों से गुजरात में ग्रामीण और आदिवासी समुदायों के बीच स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे थे. दाल एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, भुवनेश्वर, खोरधा के वाइस चांसलर (Vice Chancellor of Asian Institute of Public Health) हैं. पद्मश्री (Padma Shri) से सम्मानित दास को भारत सरकार द्वारा 2022 में तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया है. (Padma Bhushan).

प्रोफेसर ए.पी. दाश ने वीबीडी में विभिन्न उपकरणों, प्रौद्योगिकियों, रणनीतियों के विकास में मलेरिया और वेक्टर जनित रोगों (VBD) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

प्रोफेसर ए.पी. दाश का जन्म 23 मार्च 1951 को भुवनेश्वर में हुआ था (Aditya Prasad Dash Date of Birth). उन्होंने 1973 उत्कल विश्वविद्यालय से एमएससी की फिर 1978 प्राणि विज्ञान में पीएच.डी. और 1994 में डी.एससी. की डिग्री हासिल की (Aditya Prasad Dash Education). दाश शादीशुदा है और उनके दो बच्चे हैं (Aditya Prasad Dash Children). 

एक क्षेत्र जीवविज्ञानी के रूप में उन्होंने 5 वर्षों से अधिक समय तक भारत के उड़ीसा और बिहार राज्य सीमा परिसर के दूरदराज के क्षेत्रों में आदिवासियों के बीच काम किया. साथ ही उन्होंने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) में एक वैज्ञानिक के रूप में अपना करियर शुरू किया और अंततः भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के तहत जीवन विज्ञान संस्थान (ILS) के निदेशक का पद ग्रहण किया. वे इस संस्थान के संस्थापक निदेशक थे और इसे जीव विज्ञान और शिक्षा में एक प्रमुख संस्थान के रूप में स्थापित किया. भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री ने अपने कार्यकाल के दौरान साल 2003 में संस्थान को राष्ट्र को समर्पित किया था (Aditya Prasad Dash Career).
 

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