अपनी मां को याद करते हुए संजय सिन्हा सुना रहे हैं एक ऐसी कहानी जिसमें मनुष्य के जाने के बाद दुनिया में उसके कर्मों को याद किया जाता है. समाज के सभी लोगों को प्रेम भाव रखने वाले लोगों को ही दुनिया याद रखती है और उसकी असल कीमत उसके जाने के बाद पहचानी जाती है.किसी मनुष्य की सच्ची कमाई तब पहचान में आती है जब उसकी अंतिम यात्रा निकाली जाती है. हम जीवन पर तमाम सुखों को पाने की कोशिश में लगे रहते हैं और फिर भी हमें खाली हाथ ही दुनिया से जाना होता है. तब हमारे अच्छे कर्म और नेक विचारों की वजह से ही ये दुनिया हमें याद रखती है.