भारतीय वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में ऐसे पांच लाख तारों की खोज की है, जो लिथियम से भरे हुए हैं. अगर किसी तरह से इन तारों से लिथियम लाने की व्यवस्था या तकनीक विकसित कर ली जाए तो सैकड़ों सालों दुनिया को ग्रीन और क्लीन एनर्जी का स्रोत मिल जाएगा. करीब चार दशकों से खगोलविदों को यह जानकारी है कि कुछ खास प्रकार के तारे होते हैं, जहां लिथियम का अकूत भंडार है. उनकी सतह पर लिथियम की मात्रा काफी ज्यादा है. सूरज जैसे रेड जायंट (Red Giants) तारों की सतह पर लिथियम की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है. लेकिन गर्म प्लाज्मा के चलते ये लिथियम खत्म हो जाता है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (IIA) बेंगलुरु के साइंटिस्ट दीपक और यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के प्रो. डेविड एल लैम्बर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि लिथियम से भरपूर तारों के केंद्र में हीलियम का जलता हुआ केंद्र है. ज्यादा जानकारी के लिए देखें ये वीडियो.