वसुंधरा को आलाकमान की ताकत का एहसास हो गया है, सो महारानी को राजनाथ के दरबार में हाजिरी लगानी पड़ी. फैसला तो होना ही है पर चुप्पी देखकर लगता नहीं है कि महारानी तुरंत हथियार डालने को तैयार हैं.