जिस गुजरात में पाबंदी के बावजूद जहरीली शराब पीने से 140 लोगों से भी ज्यादा की मौत हो गई, वहीं एक ऐसा गांव है, जहां शराब पीने वालों को जुर्माने के साथ-साथ 24 घण्टे पेड़ पर बंदर की तरह बैठने की सज़ा मिलती है. शराब बनाने वाले को 1500 रुपए और पीने वालों को 1000 रुपए देने पड़ते हैं.