ना रेखा ने अपने इश्क़ को रुसवा किया और ना ही ख़ुद बेचैन हुईं. कम से कम ज़ाहिर तौर पर उन्होंने अपने और अमिताभ बच्चन के बीच इश्क़ की तमाम चर्चा को आम नहीं होने दिया. लेकिन रेखा की ज़िन्दगी में जो तूफ़ान था उसे एक सहारे और एक किनारे की ज़रूरत थी. उन्हें मुहब्बत का महज़ अहसास नहीं बल्कि मुहब्बत चाहिये थी. एक के बाद एक रेखा की ज़िन्दगी में चाहने वाले तो आते गए लेकिन कोई उनका सहारा ना बन सका.