उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार रात केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने से पहले आयोजित समारोह में शामिल हुए. दोनों मुख्यमंत्रियों ने केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने से पहले मंदिर में पूजा अर्चना की. मंदिर के कपाट आज बंद हो रहे हैं.
वहीं केदारनाथ धाम में कपाट बंद होने से पहले जोरदार बर्फबारी हुई. बर्फबारी से केदारनगरी सफेद हो गई. आज सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर कपाट बंद होने का समय है. कपाट बंद होने से पहले सुबह 4 बजे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने बाबा केदार के दर्शन किए. बर्फबारी से केदारनाथ धाम में पारा काफी नीचे लुढ़क गया है और ठंड बढ़ गई है.
#WATCH | Uttarakhand: Kedarnath in Rudraprayag district receives light snowfall. pic.twitter.com/nh4YbKE1WV
— ANI (@ANI) November 15, 2020
बहरहाल, सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को केदारनाथ पहुंचे. देव स्थानम बोर्ड और केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज ने सीएम योगी का भव्य स्वागत किया. योगी आदित्यनाथ रविवार की शाम केदारनाथ धाम पहुंचे. उन्होंने रात की पूजा और आरती में हिस्सा लिया. योगी आदित्यनाथ रात में केदारनाथ में ही रुके.
Uttarakhand: CM Trivendra Singh Rawat and Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath attend a ceremony to mark the closing of the portals of Kedarnath shrine for the winter season. pic.twitter.com/JmY0Te2Kqt
— ANI (@ANI) November 15, 2020
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने केदारनाथ का भ्रमण भी किया. शंकराचार्य समाधिस्थल आदि भी निरीक्षण किया. योगी आदित्यनाथ यूपी का सीएम बनने के बाद पहली बार केदारनाथ धाम पहुंचे हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी योगी आदित्यनाथ के साथ मौजूद हैं.
पर्यटक आवास का करेंगे उद्घाटन
सीएम योगी आदित्यनाथ केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद बद्रीनाथ धाम जाएंगे. वह बद्रीनाथ में दर्शन के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटक आवास गृह का उद्घाटन करेंगे. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग चमोली जिले के तहसील जोशीमठ में स्थित श्रीबद्रीनाथ धाम में एक एकड़ भूमि पर 40 कमरों के पर्यटक आवास गृह का निर्माण करा रहा है. इसकी लागत करीब 11 करोड़ है.
पर्यटक आवास में 40 कमरों के साथ रेस्टोरेंट, कॉन्फ्रेंस हाल, डारमेट्री और पार्किंग की सुविधा होगी. भवन का निर्माण गढ़वाल शैली के आर्किटेक्चर और ग्रीन बिल्डिंग के रूप में किया जा रहा है. माना जा रहा है कि यह करीब दो साल में बनकर तैयार होगा.