
गुजरात में कांग्रेस नेता की घर का मामला आम लोगों के बीच आ गया है. हुआ ये कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और यूपीए सरकार में मंत्री रहे भरत सिंह सोलंकी (Bharat Singh Solanki) ने मंगलवार को अखबार में एक पब्लिक नोटिस देते हुए कहा कि उनकी पत्नी उनके साथ 4 सालों से नहीं है. इसलिए कोई भी उनके नाम से उनकी पत्नी के साथ पैसों का लेन-देन न करे. इस पर उनकी पत्नी रेशमा (Reshma Solanki) ने भी अखबार में पब्लिक नोटिस देते हुए कहा कि उनपर तलाक के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
मंगलवार को भरत सिंह सोलंकी ने अखबार में एक विज्ञापन देते हुए कहा था, "मेरी पत्नी रेशमा पटेल पिछले 4 सालों से मेरे साथ नहीं रह रही है और मेरी बातों को सुनती नहीं है. मेरी पत्नी के साथ मेरे नाम से किसी भी तरह का पैसों का लेन-देन न करें और अगर करते हैं तो उसके लिए भरत सिंह सोलंकी जिम्मेदार नहीं होंगे."
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पत्नी ने भी ऐसे दिया जवाब
पति भरत सिंह के नोटिस का जवाब पत्नी रेशमा सोलंकी ने बुधवार को अपने वकील निखिल जोशी के जरिए दिया. उन्होंने भी अखबार में एक पब्लिक नोटिस देते हुए कहा कि उन पर तलाक के लिए दवाब बनाया जा रहा है. उनके वकील ने रेशमा पर लगाए गए आरोपों को झूठा बताया है.
वकील ने नोटिस में लिखा, "जब भरत सिंह को कोरोना हुआ था तब रेशमा ने ही उनकी सेवा की थी. एक तरह से उन्हें पुनर्जीवन दिया था. लेकिन ठीक होने के बाद उनका बर्ताव अचानक बदल गया. वो रेशमा को गालियां देते हैं. उन्हें अपने घर से बिना सामान के ही निकाल दिया था और राजनीतिक पद का फायदा लेते हुए उन्हें तलाक देना चाहते हैं, जिसके लिए काफी दबाव बनाया जा रहा है."

इस नोटिस में उनके वकील ने लिखा है कि उनकी क्लाइंट रेशमा सोलंकी ने उनके पति भरत सिंह सोलंकी के साथ भी तरह का कोई गलत बर्ताव नहीं किया है. इसके बावजूद भरत सिंह सोलंकी के जरिए उन्हें मानसिक तौर पर टॉर्चर किया जा रहा है. वकील ने आरोप लगाया है कि तलाक के लिए उन्हें धमकाया भी जा रहा है.