
आज की तेज़-तर्रार अकादमिक दुनिया में तनाव (Stress) छात्रों के लिए आम समस्या बन चुका है। असाइनमेंट की डेडलाइन से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक, दबाव हर जगह महसूस होता है। इसी चुनौती को समझते हुए शारदा यूनिवर्सिटी ने एक सम्पूर्ण Stress-Management Ecosystem तैयार किया है, जो छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को भावनात्मक, शारीरिक और अकादमिक हर स्तर पर मज़बूत बनाने पर केंद्रित है।
लक्ष्य साफ है: हर छात्र को ऐसे साधन, कौशल और सहयोग उपलब्ध कराना जिससे वह बिना दबाव महसूस किए आगे बढ़ सके।

1. छात्रों के लिए प्रोफेशनल मेंटल हेल्थ सपोर्ट
शारदा यूनिवर्सिटी के वेलनेस फ्रेमवर्क का केंद्र है ‘अभिव्यक्ति वेलनेस क्लिनिक’, जहां छात्र सुरक्षित और गोपनीय माहौल में प्रशिक्षित काउंसलर्स से बात कर सकते हैं।
• पर्सनल और ग्रुप काउंसलिंग: परीक्षा का डर, थकान या व्यक्तिगत दिक्कतों के लिए वन-ऑन-वन या ग्रुप सेशन।
• स्पेशल इंटरवेंशन: तनाव, चिंता, डिप्रेशन जैसी समस्याओं के लिए व्यक्तिगत समाधान।
• स्पेशलिस्ट रेफरल: ज़रूरत पड़ने पर सीधे शारदा हॉस्पिटल या बाहरी विशेषज्ञों से संपर्क।
• जागरूकता अभियान: सेमिनार, कैंपेन और सोशल मीडिया से मानसिक स्वास्थ्य को लेकर फैली झिझक को कम करना।
2. वर्कशॉप और स्किल बिल्डिंग से तनाव पर काबू
शारदा यूनिवर्सिटी मानती है कि रोकथाम भी उतनी ही ज़रूरी है जितना इलाज। इसलिए यहां लगातार वर्कशॉप और ट्रेनिंग से छात्रों को व्यावहारिक उपाय सिखाए जाते हैं।
• Stress-Management सेशन: तनाव के कारण पहचानना और उसे दूर करने की तकनीकें।
• Time और Goal Management: स्मार्ट लक्ष्य बनाना, काम को प्राथमिकता देना और माइंडफुलनेस।
• Value-Added कोर्स: Stress & Time Management Strategies जैसे कोर्स, जो थ्योरी और प्रैक्टिकल को जोड़ते हैं।
3. शारीरिक स्वास्थ्य और हेल्दी लाइफस्टाइल
शारीरिक सक्रियता तनाव कम करने का बड़ा साधन है। इसी के लिए यूनिवर्सिटी कई विकल्प देती है।
• योग कार्यक्रम: हफ़्ते में तीन बार योग, जो लचीलापन और मानसिक शांति बढ़ाता है।
• मॉडर्न फिटनेस फैसिलिटी: जिम, एरोबिक्स, स्पोर्ट्स कोर्ट और स्विमिंग पूल।
• रेक्रिएशनल इवेंट्स: वार्षिक स्पोर्ट्स डे और अन्य कार्यक्रम, जो टीमवर्क और रिलैक्सेशन बढ़ाते हैं।
4. पीयर मेंटरिंग और सामुदायिक सहयोग
मज़बूत रिश्ते और गाइडेंस अकादमिक जीवन आसान बनाते हैं।
• फैकल्टी मेंटरशिप: हर छात्र को एक समर्पित मेंटर।
• परामर्श पोर्टल: डिजिटल ट्रैकिंग से निरंतर मेंटर–मेंटे कनेक्शन।
• स्टूडेंट नेटवर्क्स: छात्र-नेतृत्व वाले ‘Stress-Busting’ ग्रुप और अनौपचारिक गतिविधियां।
5. एकीकृत हेल्थकेयर सेवाएं
कैंपस में ही मौजूद शारदा हॉस्पिटल से छात्रों को तुरंत मेडिकल और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ मिलते हैं। साथ ही प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप से नींद और ब्लड प्रेशर जैसे संकेतों की शुरुआती जांच होती है।
6. 24x7 डिजिटल संसाधन
Psychological Counselling Cell छात्रों को मेडिटेशन ऐप्स, ऑनलाइन कोर्स और सेल्फ-हेल्प टूल्स उपलब्ध कराती है, जो स्टूडेंट पोर्टल पर हर समय एक्सेस किए जा सकते हैं।
7. लगातार सुधार के लिए फीडबैक
Internal Quality Assurance Cell (IQAC) छात्रों की संतुष्टि, वर्कशॉप भागीदारी और काउंसलिंग डेटा की समीक्षा करता है, ताकि कार्यक्रम प्रभावी और छात्र-केंद्रित बने रहें।
वेल-बीइंग की संस्कृति बनाना
शारदा यूनिवर्सिटी में अकादमिक उत्कृष्टता को छात्रों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य से जोड़ा गया है। प्रोफेशनल सेवाओं, रोकथाम आधारित वर्कशॉप्स, एक्टिव लाइफस्टाइल और मज़बूत मेंटरशिप के मेल से यहां के छात्र सिर्फ अकादमिक सफलता ही नहीं बल्कि जीवन की चुनौतियों से जूझने की क्षमता भी पाते हैं।
आज जब पढ़ाई का तनाव राष्ट्रीय चिंता बन चुका है, शारदा यूनिवर्सिटी का यह समग्र और Student-First दृष्टिकोण देशभर की उच्च शिक्षा संस्थाओं के लिए एक उदाहरण पेश करता है।
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