बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक फोटो काफी वायरल हो रही है. इसमें किसी बिल्डिंग के फर्श पर ढेर सारे करेंसी नोट बिखरे पड़े हैं. फोटो के साथ एक कथित कैंसर पीडि़त महिला की भावुक कर देने वाली कहानी भी सुनाई जा रही है.
ऐसा कहा जा रहा है कि ये फोटो चीन के हेनान अस्पताल की है जहां कैंसर से पीड़ित एक महिला अपना इलाज करवाने गई थी. लेकिन वहां डॉक्टरों ने उससे कहा कि उसे आखिरी स्टेज का कैंसर है और अब उसकी जिंदगी को बचाना संभव नहीं है. इस बात से महिला इतनी हताश हो गई कि उसने अपनी पर्स में रखे सारे पैसे निकालकर फेंक दिए.
कहानी का अंत एक संदेश के साथ होता है कि आप भले ही कितने अमीर क्यों न हों, लेकिन दौलत आप को न तो सेहत दे सकती है, न ही जिंदगी. इसलिए सिर्फ पैसे कमाने में ही मशगूल न रहें, बल्कि अपने स्वास्थ पर ध्यान दें और परिवार के लिए भी समय निकाले.
हमने पाया कि ये तस्वीर तो चीन की है लेकिन इसके साथ जो कहानी बताई जा रही है वो पूरी तरह से मनगढ़ंत है.
ये घटना 2014 की है जब चीन के हीलोंगजियांग सूबे में स्थित हार्बिन अस्पताल में एक कपल के बीच झगड़ा हो गया था. झगड़े के बाद प्रेमी ने अपने बैग में मौजूद सारे नोट फेंक दिए थे.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें जुलाई 2014 में छपी एक ताईवानी वेबसाइट 'ईटी-टुडे' की रिपोर्ट में मिली. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ये घटना उसी महीने चीन की हार्बिन मेडिकल यूनिवर्सिटी में घटी थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, एक युवक अपनी प्रेमिका से मिलने हार्बिन अस्पताल गया था. प्रेमिका वहां नर्स थी. लेकिन दोनों में किसी बात को लेकर बहस हो गई और वो नौजवान बौखला गया. उसने अपने बैग से ढेर सारे नोट निकाल के अस्पताल परिसर में फेंक दिए.

रिपोर्ट में लिखा है कि वो युवक उस बैग में 100 युआन यानी करीब 1.27 करोड़ रुपये लाया था.
जहां पर ये वाकया हुआ, उस अस्पताल के एक डॉक्टर ने फर्श पर बिखरे नोटों की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थीं. देखते ही देखते ये वायरल हो गई थीं.
'शंघाईस्ट डॉट कॉम' नाम की एक वेबसाइट ने भी साल 2018 में इस तस्वीर के साथ एक आर्टिकल छापा था. इसमें लिखा था कि चीनी सोशल साइट वीबो में ये फोटो अलग-अलग दावों के साथ शेयर की गई. लेकिन इसकी असली वजह एक प्रेमी जोड़े का आपसी विवाद था.
साल 2020 में भी ये फोटो कैंसर पीड़ित महिला की मनगढ़ंत कहानी के साथ वायरल हुई थी. उस वक्त इंडोनेशिया की एक फैक्ट चेकिंग वेबसाइट ने इसकी सच्चाई बताई थी.
कुल मिलाकर, ये बात साफ है कि एक भावुक कर देने वाली झूठी कहानी के साथ चीन के एक अस्पताल की फोटो को शेयर किया जा रहा है.
(ऋद्धीश दत्ता के इनपुट के साथ)