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फैक्ट चेक: उत्तर कोरिया में कोरोना के पहले मरीज को गोली मारने के दावे की यह है सच्चाई

चीन के बॉर्डर के साथ सटे उत्तर कोरिया के नेता किम जॉन्ग उन जहां एक तरफ दावा कर रहे हैं कि उनके देश में कोरोना वायरस का कोई भी केस नहीं है, वहीं सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
उत्तर कोरिया में मिले पहले कोरोना के मरीज को किम जोंग ने गोली मारने का आदेश दिया.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
हमें इस दावे की पुष्टि करती कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली.

चीन के बॉर्डर के साथ सटे उत्तर कोरिया के नेता किम जॉन्ग उन जहां एक तरफ दावा कर रहे हैं कि उनके देश में कोरोना वायरस का कोई भी केस नहीं है, वहीं सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है. इस पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि किम जॉन्ग उन ने उत्तर कोरिया में मिले कोरोना वायरस के पहले मरीज को गोली मारने का आ​देश दिया है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही पोस्ट भ्रामक है. जहां एक तरफ उत्तर कोरिया यह दावा कर रहा है कि वहां कोरोना वायरस का एक भी मरीज नहीं है, वहीं हमें वायरल पोस्ट की पुष्टि करती कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली.

संभवत: यह अफवाह 13 फरवरी को donga.com नाम की वेबसाइट पर छपी एक खबर से शुरू हुई. इस खबर में सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट किया गया है कि उत्तर कोरिया में एक ब्यूरोक्रैट को आइसोलेशन में रखा गया था, लेकिन वह पब्लिक फैसिलिटी में चला गया जिसके बाद उसे गोली मार दी गई.

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हालांकि इस खबर में न तो घटना के बारे में ज्यादा जानकारी दी गई है, न ही यह बताया गया है कि वह व्यक्ति किस पब्लिक फैसिलिटी में गया था और न ही उसका नाम बताया गया है. इसके अलावा खबर भी सूत्रों के हवाले से ही लिखी गई है. लिहाजा इस खबर पर भरोसा नहीं किया जा सकता.

उत्तर कोरिया से आने वाली अफवाहों की पड़ताल करना थोड़ा मुश्किल इसलिए भी है क्योंकि वहां मीडिया पर काफी सख्ती है. इसके अलावा फिलहाल उत्तर कोरिया में कोरोना वायरस का कोई मरीज है या नहीं इसका डेटा भी उपलब्ध नहीं है. जबकि वर्ल्डोमीटर इंफो के अनुसार दक्षिण कोरिया में 26 मार्च तक कोरोना वायरस के 9241 केस सामने आ चुके हैं जिसमें से 131 लोगों की मौत हो चुकी है.

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