कोरोना वायरस से अब तक दुनिया भर में 19 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और 4.25 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं. महामारी के इस भयावह माहौल के बीच एक वैक्सीन और साथ ही एक सस्ती परीक्षण किट बनाने की जंग भी जारी है.
इसी बीच फेसबुक पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि अन्य देशों में तो कोरोना वायरस परीक्षण नि:शुल्क या मामूली शुल्क पर किया जाता है, लेकिन भारत में परीक्षण की लागत बहुत ज्यादा है.
फेसबुक यूजर “Rohit Rai Jain” ने हिंदी में एक पोस्ट लिखी है, “चीन अमरीका पूरे यूरोप में ईरान श्रीलंका में कोरोना टेस्ट फ्री में,बंगलादेश 300 में,पाकिस्तान 500 में,भारत 4500 रुपये में,बजाओथाली”.
फेसबुक पोस्ट
स्टोरी लिखे जाने तक यह पोस्ट 40 हजार से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी है और हजार से ज्यादा बार लाइक की गई है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि इस पोस्ट में किया गया दावा गलत है. भारत में सरकारी अस्पतालों और परीक्षण केंद्रों पर कोरोना वायरस का टेस्ट मुफ्त में हो रहा है. सिर्फ निजी अस्पतालों में टेस्ट कराने पर फीस ली जा रही है. पोस्ट में जो दूसरे देशों के बारे में दावा है वह भी भ्रामक है.
पोस्ट में जिन देशों का जिक्र है, आइए देखते हैं कि वहां कोरोना वायरस परीक्षण की कीमत कितनी है.
चीन
मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक, चीन में जब कोरोना वायरस सामने आया, तब वहां टेस्टिंग किट फ्री में उपलब्ध नहीं थी. “South China Morning Post” की रिपोर्ट के मुताबिक, यह एक महत्वपूर्ण सबक है जो चीन को अन्य देशों की सरकारों को देना चाहिए कि वे “भुगतान करने के लिए तैयार रहें ताकि मरीजों को परीक्षण और उपचार की लागत से डर न लगे.”
इस रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में कोरोना वायरस टेस्ट की कीमत कथित तौर पर 370 युआन (US$53) है जो कि भारतीय कीमत के हिसाब से 4000 रुपये हुआ.
अमेरिका & यूरोप
अमेरिका और यूरोप, दोनों जगह कोरोना वायरस की टेस्टिंग किट की किल्लत चल रही है.
हाल ही में “The Newyork Times” में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के सरकारी अस्पतालों में परीक्षण किट की कमी है. इस कमी के चलते "निजी प्रयोगशालाएं,क्लीनिक और अवसरवादी बिचौलिये" डायग्नोस्टिक किटों की काला बाजारी कर रहे हैं और "अक्सर उन्हें अनर्गल दाम में बेच" रहे हैं.
अमेरिका में परीक्षण की फीस इस पर निर्भर करती है कि किसी के पास इंश्योरेंस पॉलिसी कौन सी है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी मेडिकेयर ने COVID-19 परीक्षणों की कीमतें जारी की हैं.
इसके मुताबिक, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की ओर से किए जा रहे परीक्षणों के लिए फीस $35.92 यानी 2,729 रुपये और अन्य सभी व्यासायिक परीक्षणों के लिए $51.33 यानी 3,900 रुपये है.
ये वो कीमतें हैं जिसका बिल लैब की ओर से मेडिकेयर को दिया जाता है. अधिकांश स्वास्थ्य बीमाकर्ता कंपनियों ने कोरोनो वायरस परीक्षण के लिए स्वीकृति दे दी है, जिसका अर्थ है कि किसी को कुछ भी भुगतान नहीं करना पड़ेगा.
श्रीलंका
एक खबर के मुताबिक, श्रीलंका की सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों को अनुमति दी है कि वे अधिकतम 6000 रुपये में कोरोना वायरस का टेस्ट कर सकते हैं.
बांग्लादेश
बांग्लादेश सरकार ने इस महामारी से निपटने के लिए स्थानीय स्तर पर विकसित कम लागत वाले कोरोना वायरस (कोविड -19) परीक्षण किट के उत्पादन को मंजूरी दी है. इस परीक्षण किट की कीमत 300 रुपये से कम होगी.
पाकिस्तान
पाकिस्तान की सरकार ने घोषणा की है कि सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस का टेस्ट मुफ्त में किया जाएगा. पूरे देश में 8 सरकारी प्रयोगशालाएं और 25 अस्पताल हैं. पाकिस्तान के भी निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में परीक्षण की फीस देनी पड़ रही है.
भारत
भारत में सरकारी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस का टेस्ट मुफ्त में किया जा रहा है. लेकिन वे केवल संभावित खतरनाक मामलों का टेस्ट कर रहे हैं जैसे अगर किसी की कोई ट्रेवल हिस्ट्री है या कोई उनके संपर्क में आया है.
हाल ही में सरकार ने दबाव को कम करने के लिए अब NABL- मान्यता प्राप्त निजी प्रयोगशालाओं को भी परीक्षण करने की अनुमति दी है. लेकिन इन प्राइवेट प्रयोगशालाओं में इसके लिए 4500 रुपये से अधिक का चार्ज देना पड़ेगा.
अच्छी खबर यह है कि पुणे की एक कंपनी माइलैब को हाल ही में भारतीय FDA और सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (CDSCO) की ओर से सस्ती कोरोना वायरस टेस्टिंग किट बनाने की मंजूरी दी गई है. इस किट की कीमत लगभग 1200 रुपये होने की उम्मीद है और कुछ दिनों के भीतर यह स्टोर्स में उपलब्ध होगी.
इस तरह स्पष्ट है कि वायरल पोस्ट में कोरोना वायरस के टेस्ट की कीमत के बारे में भारत और अन्य देशों को लेकर किया गया दावा भ्रामक है.