संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के विदेश विभाग के आतंकवाद-रोधी पुरस्कार कार्यक्रम, रिवार्ड्स फॉर जस्टिस, ISIS-खोरासान (ISIS-K) के वित्तीय तंत्र को बाधित करने में जानकारी देने वाले को 10 मिलियन डॉलर तक का इनाम देने की पेशकश कर रहा है. अफगानिस्तान में स्थित, ISIS-K प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के जरिए फंड जुटाता है. इसमें अफगानिस्तान के नंगरहार में आकर्षक टाल्क (Talc) खदानों से फंड प्राप्त करना, साथ ही इन संसाधनों की देश से बाहर तस्करी करना शामिल है.
अमेरिकी वित्त विभाग के मुताबिक, ISIS-K कराधान, स्थानीय आबादी और व्यवसायों से जबरन वसूली के जरिए भी फंड जुटाता है और मुख्य ISIS आतंकवादी संगठन से कुछ फाइनेंसियल सपोर्ट प्राप्त करता है.
आतंकी अभियानों को वित्तपोषित करता है ISIS-K
ISIS-K के वित्तीय सहायक अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अवैध तंबाकू बिक्री के जरिए भी आय अर्जित करते हैं. ISIS-K ने फंड ट्रांसफर करने और अपनी गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए अनौपचारिक हवाला पेमेंट सिस्टम पर भरोसा किया है. ISIS-K का नेतृत्व डिजिटल करेंसी एड्रेसेज से भी जुड़ा हुआ है, जिसका उपयोग धन शोधन के लिए किया जाता है. इन कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप, ISIS-K हथियारों की खरीद, प्रशिक्षण और आतंकवादी अभियानों को वित्तपोषित करने में सक्षम रहा है.
अमेरिकी विदेश विभाग ISIS-K के रेवेन्यू सोर्सेज और प्रमुख वित्तीय सुविधा तंत्रों की पहचान और उन्हें बाधित करने वाली जानकारी के लिए पुरस्कार की पेशकश कर रहा है. रिवॉर्ड्स फॉर जस्टिस, ISIS-खोरासन (ISIS-K) के वित्तीय तंत्रों को बाधित करने वाली जानकारी के लिए 10 मिलियन डॉलर तक का इनाम दे रहा है.
अमेरिकी विदेश विभाग ISIS-K के राजस्व स्रोतों और प्रमुख वित्तीय सुविधा तंत्रों की पहचान और उन्हें बाधित करने वाली जानकारी के लिए पुरस्कार की पेशकश कर रहा है.
सैकड़ों लोगों की जान ले चुका है ISIS-K
ISIS-K ने स्कूलों, मस्जिदों, चिकित्सा सुविधाओं और अंतिम संस्कारों पर हमलों में सैकड़ों अफगान नागरिकों की जान ले ली है. ISIS-K ने मई 2020 में काबुल हॉस्पिटल पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें नवजात शिशुओं और उनकी माताओं सहित 24 लोग मारे गए थे. अगस्त 2021 में, ISIS-K ने काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमलावर हमले की भी जिम्मेदारी ली थी, जिसमें अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के दौरान 13 यूएस सर्विस मेंबर सदस्य मारे गए थे.
सितंबर 2022 में, ISIS-K ने काबुल के शिया इलाके में एक कॉलेज में हुए बम धमाके की जिम्मेदारी ली, जिसमें 19 किशोर मारे गए. 3 जनवरी, 2024 को, ISIS-K ने ईरान के केरमान में दो धमाके किए, जिसमें 100 लोग मारे गए और 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए. ISIS-K ने मार्च 2024 में मॉस्को के पास क्रोकस सिटी हॉल म्यूजिक वेन्यू पर भी हमला किया, जिसमें कम से कम 137 लोग मारे गए.
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14 जनवरी, 2016 को अमेरिकी विदेश विभाग ने संशोधित आव्रजन और राष्ट्रीयता अधिनियम की धारा 219 के तहत ISIS-K को एक विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया. इससे पहले, 29 सितंबर, 2015 को विदेश विभाग ने संशोधित कार्यकारी आदेश 13224 के मुताबिक ISIS-K को एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया था.
इसके बाद, अमेरिकी अधिकार क्षेत्र के अधीन ISIS-K की सभी संपत्ति और अमेरिकी व्यक्तियों को आम तौर पर ISIS-K के साथ किसी भी लेन-देन में शामिल होने से प्रतिबंधित किया गया है. ISIS-K को जानबूझकर सहायता या संसाधन देना या देने की कोशिश करना या साजिश करना एक अपराध है.
रिवार्ड फॉर जस्टिस ने कहा, "ISIS-खोरासान (ISIS-K) जैसे आतंकवादी समूहों को अपनी हिंसक गतिविधियों को वित्तपोषित करने के लिए फंड की जरूरत होती है. ISIS-K को मिलने वाले फंड फ्लो को रोकने में हमारी ममद करें. उनकी हिंसा को रोकने में हमारी सहायता करें. आपकी जानकारी आपको रिवार्ड और रीलोकेशन के लिए पात्र बना सकती है."
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अरविंद ओझा