'जिद छोड़ो, भारत से मतभेद सुधारो', मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू को मिली सलाह

मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू को भारत से रिश्ते सुधारने की सलाह मिली है. यह सलाह किसी और ने नहीं बल्कि मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ने दी है. इब्राहिम सोलिह ने भारत से मालदीव को कर्ज चुकाने के लिए कुछ राहत देने की अपील भी की है.

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मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू. (File Photo) मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू. (File Photo)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 4:19 AM IST

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को अपनी जिद छोड़कर आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए पड़ोसी देश भारत से बातचीत करनी चाहिए. ये बात भारत के किसी नेता ने नहीं, बल्कि खुद मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कही है. सोलिह की ये टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू को दुनियाभर में चीन समर्थक नेता के तौर पर देखा जा रहा है. इब्राहिम सोलिह ने भारत से मालदीव को कर्ज चुकाने के लिए कुछ राहत देने की अपील भी की है.

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सोलिह ने आगे कहा,'मैंने मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं. जिससे पता चलता है कि मुइज्जू कर्ज की रिस्ट्रक्चरिंग के लिए भारत से बात करना चाहते हैं.' बता दें कि सितंबर 2023 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 45 साल के मुइज्जू ने 62 साल के सोलिह को हरा दिया था. 

आर्थिक चुनौतियों के लिए भारत जिम्मेदार नहीं

मालदीव की मीडिया से चर्चा करते हुए सोलिह ने कहा कि मालदीव के सामने जो आर्थिक चुनौतियां खड़ी हुई हैं, उसमें कहीं भी भारत के कर्ज का रोल नहीं है. मालदीव पर चीन का 18 बिलियन मालदीवियन रूफिया का कर्ज है, जबकि भारत का महज 8 बिलियन मालदीवियन रूफिया का. भारत के मामले में मालदीव को 25 साल के अंदर भुगतान करना है. हालांकि, मुझे लगता है कि हमारे पड़ोसी हमारी मदद करेंगे. लेकिन इसके लिए हमें जिद छोड़नी होगी और बातचीत करनी होगी. ऐसी कई पार्टियां हैं, जो हमारी मदद कर सकती हैं. लेकिन मुइज्जू समझौता ही नहीं करना चाहते हैं.

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मालदीव छोड़ चुके हैं 26 भारतीय सैनिक

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा,'सरकार जनता को धोखा दे रही है और एमडीपी सरकार के समय शुरू की गईं परियोजनाओं को दोबारा शुरू कर रही है. उन्होंने कहा कि मंत्री अब उस झूठ को छुपाने के लिए झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने मालदीव में मानवीय और चिकित्सा निकासी के लिए उपयोग किए जाने वाले तीन विमानन प्लेटफार्मों पर तैनात 88 भारतीय सैन्य कर्मियों को 10 मई तक पूरी तरह से वापस बुलाने की मांग की है. 26 भारतीय सैन्य कर्मियों का पहला बैच पहले ही द्वीप राष्ट्र छोड़ चुका है और उनकी जगह नागरिकों ने ले ली है. अपने पहले मीडिया इंटरव्यू में मुइज्जू ने दावा किया कि उन्होंने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है या ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते में तनाव आए.

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