जंग की तैयारी? तुर्की की चेतावनी के बाद दूसरी बार सीरिया पर रॉकेट से हमला

सीरिया पर पिछले तीन दिनों में दूसरी बार रॉकेट से हमला हुआ है. यह रॉकेट तुर्की के कब्जे वाले क्षेत्र अजाज में गिरा है. इस हमले में पांच नागरिकों की मौत हो गई है और पांच घायल हो गए हैं. इससे पहले रविवार को सीरिया और इराक पर हुई एयरस्ट्राइक में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

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सांकेतिक तस्वीर (फोटोः रायटर्स) सांकेतिक तस्वीर (फोटोः रायटर्स)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:33 AM IST

तुर्की समर्थित लड़ाकों यानी विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिमी सीरियाई शहर अजाज पर मंगलवार को हुए एक रॉकेट हमले में पांच नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि पांच लोग घायल हो गए हैं. स्थानीय अस्पताल की नर्स और कई समाजिक कार्यकर्ताओं के अनुसार, मरने वालों में एक बच्चा भी है. इससे पहले रविवार को भी तुर्की ने सीरिया और इराक के कुछ क्षेत्रों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

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तुर्की का दावा था कि इस एयरस्ट्राइक की मदद से उसने सीरिया और इराक के 89 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. इस एयरस्ट्राइक में YPG/ PKK के 184 लड़ाकों की मौत का भी दावा किया गया है.

यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब पिछले कुछ दिनों से तुर्की और सीरिया के बीच संघर्ष युद्ध जारी है. पिछले कुछ दिनों से तुर्की ने सीरिया के कुर्दिश YPG लड़ाकों पर लगातार ड्रोन और युद्धक विमानों से हमले किए हैं. सीरिया ने भी जवाबी कार्रवाई में तुर्की पर हमले किए हैं.

तुर्की ने क्यों की एयरस्ट्राइक

तुर्की ने एयरस्ट्राइक के बाद कहा कि वीकेंड (रविवार) को हुए ऑपरेशन पिछले सप्ताह इंस्तांबुल में हुए बम धमाके का बदला था. एक सप्ताह पहले तुर्की के इस्तांबुल में एक आत्मघाती बम धमाके में छह लोगों की मौत हो गई थी और 80 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. तुर्की ने इस हमले के लिए सीरिया के कुर्दिश लड़ाकों को जिम्मेदार ठहराया था.

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सीरिया ने भी इस हमले का जवाब देते हुए तुर्की पर रॉकेट से हमला किया था. इस हमले से तुर्की के एक सैनिक और विशेष सुरक्षा बल के दो ऑफिसर गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

हमें आत्मरक्षा का अधिकारः तुर्की

तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने 19 नवंबर को बयान जारी करते हुए कहा था कि, "संयुक्त राष्ट्र के अनुच्छेद 51 के तहत हमें भी आत्मरक्षा का अधिकार है और हमने इसी के तहत सीरिया के उत्तरी क्षेत्र और इराक के कुछ क्षेत्रों में आतंक के अड्डों को निशाना बनाते हुए हमला किया है." एक अन्य ट्वीट में तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमला करने वालों से हिसाब बराबर किया जाए.

दस हजार से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत

कुर्दिस्तान वर्कस पार्टी (PKK) को तुर्की और अमेरिका दोनों ही देश आतंकवादी समूह मानते हैं. लेकिन, आतंकवादी समूह ISIS के खिलाफ लड़ाई के मुहिम के कारण अमेरिका इसे सीरियाई कुर्दिश सेना मानने से इनकार करती रही है. 1984 के बाद से कुर्दिस्तान वर्कस पार्टी (PKK) के सशस्त्र विद्रोह के कारण दस हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं.

क्या है सीरिया-तुर्की विवाद

तुर्की और सीरिया के सीमा पर बसे कुर्द लड़ाके (कुर्दिस्तान वर्कस पार्टी) अपने लिए अलग कुर्दिस्तान मुल्क बनाना चाहते हैं. कुर्द तुर्की, इराक, सीरिया तथा ईरान में भी फैले हुए हैं. पीकेके इन क्षेत्रों को मिलाकर कुर्दिस्तान बनना चाहते हैं. 

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तुर्की हमेशा से इसका विरोध करता रहा है और इस संगठन को आतंकवादी मानता है. आतंकवादी संगठन ISIS को कमजोर करने के मकसद से अमेरिका द्वारा कुर्द को समर्थन देने से कुर्द और मजबूत हो गया.


 

 

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