इजरायल और हमास के मध्य जारी युद्ध के बीच शनिवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव में एक बड़ी रैली निकाली और हमास की कैद से बंधकों की रिहाई की मांग की. हाथों में इजरायली झंडा लिए प्रदर्शनकारी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ नारे लगा रहे थे.
पिछले साल 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले के बाद इस युद्ध की शुरुआत हुई थी. बीते 9 महीनों में युद्ध से निपटने के नेतन्याहू के तरीके को लेकर इजरायली शहर में इस तरह के बड़े विरोध प्रदर्शन हर हफ्ते हो रहे हैं.
37 हजार से अधिक मौतों का दावा
इजरायली आंकड़ों के अनुसार, गाजा में इजरायल का जमीनी और हवाई ऑपरेशन तब शुरू हुआ जब हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमला बोला, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक को बंधक बना लिया गया.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायल के हमले ने गाजा को बर्बाद कर दिया है. इसमें अब तक 37,400 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से 101 लोगों की मौत पिछले 24 घंटे में हुई है. लगभग पूरी आबादी बेघर और बेसहारा हो गई है.
विस्थापित फिलिस्तीनियों के शिविरों पर हमला
इजरायली सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को गाजा के दक्षिणी शहर राफा के बाहर विस्थापित फिलिस्तीनियों के शिविरों पर गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 25 लोग मारे गए और 50 अन्य घायल हो गए. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय और आपातकालीन कर्मचारियों ने ये जानकारी दी.
इजरायल का कहना है कि वह हमास के आतंकी और बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है और नागरिकों की मौतों को कम-से-कम करने की कोशिश कर रहा है. साथ ही इजरायल ने बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत के लिए आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ये घटना इसलिए हुई क्योंकि वे आतंकी आबादी में छिपकर काम करते हैं.
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