इजरायल-हमास के बीच जंग का आज 23वां दिन है. एक ओर जहां इजरायली सेना गाजा पट्टी पर बम बरसा रही है. वहीं, इस जंग को खत्म करने के लिए कतर की मध्यस्थता में इजरायल और हमास के बीच बातचीत चल रही है. कतर तीन सप्ताह से अधिक समय से पर्दे के पीछे से कूटनीति कर रहा है. शांति को बढ़ावा देने और गाजा में हमास और अन्य सशस्त्र समूहों द्वारा बंधक बनाए गए 200 से अधिक बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हमास के अधिकारियों और इज़राइल से बात कर रहा है.
पिछले सप्ताह कतर की मध्यस्थता से 2 अमेरिकी बंधकों, एक मां और बेटी और दो बुजुर्ग इजरायली महिलाओं को रिहा किया गया था. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि गाजा पर जमीनी हमले के दौरान भी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के प्रयास जारी रहेंगे.नेतन्याहू ने कहा कि हम उन्हें घर लाने के लिए हर संभावना का उपयोग करेंगे.
इससे पहले हमास ने कहा था कि वह बंधकों को लेकर इजराइल के साथ एक समझौते पर पहुंचने के करीब था, लेकिन इजराइल ने उस संभावना पर ब्रेक लगा दिए. इज़ अल-दीन अल-क़सम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने यह भी कहा कि हमास सभी बंधकों को तभी रिहा करेगा जब इज़राइल सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर देगा.
दरअसल, कतर की हमास के साथ सीधी बातचीत है, जिसका दोहा में एक राजनीतिक कार्यालय है. कतरी ने पहले भी इस्लामी समूह और इजरायल के बीच संघर्ष विराम में मध्यस्थता करने में मदद की है.
गाजा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से लगाई ये गुहार
वहीं, गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल पर दबाव बनाने का आग्रह किया है. अशरफ अल कुद्रा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगाई है कि इजरायल गाजा के अस्पतालों को टारगेट कर रहा है, उसे ऐसा करने से रोका जाए. साथ ही मिस्र से राफा बॉर्डर खोलने का आह्वान किया है. अल कुद्रा ने कहा कि अस्पताल के अंदर शरण लिए हुए हजारों विस्थापितों की मौजूदगी के कारण अस्पताल के अंदर ऑपरेशन गंभीर रूप से बाधित हो गया है. उन्होंने स्नातक छात्रों से अपनी विशेषज्ञता के साथ सहायता के लिए आगे आने का आग्रह किया, जबकि निवासियों से आगे आने और अपना रक्त दान करने की अपील की.
तीन मोर्चों से लड़ रहा इजरायल
अब इजरायल तीन मोर्चों पर जंग लड़ने के लिए तैयार है. पहला मोर्चा आसमान से हो रही बमों की बारिश, जिसकी शुरूआत 7 अक्टूबर से ही हो चुकी थी. दूसरा मोर्चा समंदर से गाजा पर हमला. इस पर भी इजरायल का एक्शन जारी था. चुनौती तीसरे मोर्चे की थी, जिसके लिए इजरायल अब तैयार हो चुका है. IDF प्रवक्ता ने कहा कि सेनाएं अभी भी मैदान में हैं और युद्ध जारी रखे हुए हैं. कल रात की गतिविधि के संबंध में हमारी सेनाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ है. हम भारी गोलाबारी से अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए प्रयास करना जारी रखेंगे.
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