इजरायल से जारी जंग के बीच 224 बंधकों को लेकर हमास की नई शर्त सामने आई है. ईरान ने हमास की इस शर्त को सबसे सामने रखा है. ईरान के विदेश मंत्री के मुताबिक, हमास इजरायल से बंधक बनाए गए सभी नागरिकों की रिहाई के लिए तैयार है, लेकिन पहले इजरायल में बंद 6000 फिलिस्तीनियों को रिहा किया जाए.
ईरान के विदेश मंत्री ने कहा, हमारी बातचीत के अनुसार हमास नागरिकों को रिहा करने के लिए तैयार है. लकिन दुनिया को इजरायली जेलों में बंद 6000 फिलिस्तीनियों को रिहाई का समर्थन करना चाहिए.
हमास ने 224 नागरिकों को बनाया बंधक
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हजारों रॉकेट दागे थे. इसके बाद हमास के लड़ाकों ने इजरायल में सीमावर्ती इलाकों में घुसकर कत्लेआम मचाया था. इन हमलों में 1400 लोगों की मौत हुई है. इतना ही नहीं हमास के लड़ाकों ने सैकड़ों इजरायली और विदेशी नागरिकों को बंधक बना लिया था.
इजरायली सेना के मुताबिक, हमास ने गाजा में 224 लोगों को बंधक बना कर रखा है. इतना ही नहीं हमास से जंग में अब तक 309 इजरायली सैनिक भी मारे गए हैं. इजरायली सेना के मुताबिक, बंधकों और शहीदों के परिवारों को जानकारी दे दी गई है.
ईरान ने दी इजरायल को धमकी
उधर, ईरान ने इजरायल को खुली धमकी दे डाली. ईरान के 'इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स' के कमांडर इन-चीफ जनरल होसिन सलामी ने कहा कि इजरायल बमबारी के अलावा कुछ नहीं कर सकता. अगर वे जमीन पर आएंगे, तो उन्हें निगल लिया जाएगा. गाजा का ड्रैगन उन्हें खा जाएगा. अगर वे गाजा में कदम रखेंगे, तो उन्हें वहीं दफनाया जाएगा. इसलिए उनके पास कोई रास्ता नहीं है. उन्हें लगता है कि वे अपराध करके हार की भरपाई कर सकते हैं.
हमास ने पहले रखी थी ये शर्त
इससे पहले हमास ने इजरायल के सामने दोहरी नागरिकता वाले 50 बंधकों को रिहा करने के बदले फ्यूल सप्लाई की मांग की थी. हालांकि, इजरायल ने इस मांग को ठुकरा दिया. इजरायल का कहना है कि ईंधन सप्लाई की अनुमति तभी देगा, जब सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा. दरअसल, बंधकों की रिहाई को लेकर इजरायल और हमास के बीच कतर और इजिप्ट के माध्यम से बातचीत चल रही है.
इसे लेकर कतर के पीएम का बयान भी सामने आया है. कतर के पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने कहा कि बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत आगे बढ़ रही है, जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है.
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