मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. काफी अरसे से वे बीमारी से जूझ रहे थे. हुस्नी मुबारक ने 30 साल तक मिस्र की सत्ता संभाली थी. उन्हें 2011 में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद सत्ता छोड़नी पड़ी थी. पद से हटने के बाद अप्रैल 2011 में उन्हें गिरफ्तार किया गया था.
होस्नी मुबारक के परिजनों के मुताबिक एक सप्ताह पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें क्या बीमारी थी, इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है. वे एक जटिल सर्जरी के गुजरे थे.
हुस्नी मुबारक को आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों को हत्या का दोषी पाया गया था, लेकिन बाद में उनकी सजा को माफ कर दिया गया और मार्च 2017 में उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था. जनवरी में हुस्नी मुबारक को एक सर्जरी से गुजरना पड़ा था. ठीक होने के बाद उनकी एक तस्वीर भी सामने आई थी.
यह भी पढ़ें: दुनिया के जालिम तानाशाहों की करतूतों पर एक नजर...
अपनी सत्ता के दौरान मुबारक अमेरिका के सहयोगी बने रहे. वे इजराइल और मिस्र की दोस्ती के पक्षधर रहे. हुस्नी मुबारक का जन्म 4 मई, 1928 को नील डेल्टा में एक गांव में हुआ था. उनके सत्ता के दौरान मिस्र में भ्रष्टाचार, पुलिस की क्रूरता, राजनीतिक दमन और आर्थिक समस्याएं हमेशा से बनी रहीं. मुबारक के परिवार में उनकी पत्नी सुज़ैन और उनके बेटे गमाल और अला हैं.
यह भी पढ़ें: जब हुई थी मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को 3 साल की कैद
हुस्नी पूरे कार्यकाल के दौरान इनसे जूझते नजर आए. हालांकि हुस्नी ने खुद को भ्रष्टाचार से दूर रखा और हमेशा कहा कि इतिहास ही उनके कार्यकाल को सही या गलत ठहराएगा. मंगलवार को उनका 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. भले ही अब वे राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं थे लेकिन मिस्र की राजनीति में उनका जाना बड़ी क्षति के तौर पर देखा जाएगा.
aajtak.in