इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के करीबी सहयोगी और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष तजाची हानेग्बी ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि बंधकों की रिहाई शुक्रवार तक संभव नहीं है. हानेग्बी ने अपने बयान में कहा है कि हमारे बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत लगातार आगे बढ़ रही है. उन्होंने आगे कहा, रिहाई मूल समझौते के अनुसार शुरू होगी और यह शुक्रवार से पहले नहीं हो पाएगी.
इससे पहले हमास के लीडर मौसा अबू मरजौक ने कहा था, यह समझौता गुरुवार को सुबह 10 बजे लागू होगा. लेकिन, कुछ घंटे बाद वरिष्ठ इजरायली अधिकारी ने समझौते में देरी की जानकारी की पुष्टि की है.
'कतर में हैं इजरायल के टॉप अधिकारी'
एक सरकारी सूत्र का यह भी कहना है कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि क्या मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया और आईडीएफ जनरल नित्जन एलोन को रिहा होने वाले बंधकों के नाम पहले ही मिल गए हैं. बता दें कि बार्निया और एलोन इस समय समझौते के अंतिम विवरण को मजबूत करने के लिए कतर में हैं.
'रिहाई से पहले नाम नहीं बताएगा इजरायल'
हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि यदि समझौता विफल हो जाता है तो परिवारों के बीच किसी भी झूठी आशा से बचने के लिए इजरायल रिहाई से पहले अपने नागरिकों के नाम जारी नहीं करेगा. सूत्र का यह भी कहना है कि संघर्ष विराम दस्तावेज पर अभी भी दोनों पक्षों की तरफ से हस्ताक्षर किए जाना बाकी है. जिसे अगले 24 घंटे में अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है.
बाइडेन ने बंधक समझौते का स्वागत किया
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बंधक समझौते का स्वागत किया है. उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की. गाजा में बेहद जरूी मानवीय सहायता बढ़ाने पर बात हुई. आने वाले दिनों में सीधे निकट संपर्क में रहने पर सहमति जताई गई. नेतन्याहू ने इस समझौते में मदद करने के लिए बाइडेन के अथक प्रयासों और उनकी टीम के लोगों को धन्यवाद दिया. साथ ही बाइडेन ने प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया कि वो सभी शेष बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए काम करना जारी रखेंगे. इसके अलावा, बाइडेन ने बंधक वार्ता में कतर की भूमिका के लिए सराहना की. बाइडेन ने बुधवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से भी बात की. वे भी निकट संपर्क में रहने पर सहमत हुए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सौदा पूरी तरह से लागू हो और अंततः सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित हो सके.
'शुक्रवार से पहले नहीं होगी रिहाई'
बताते चलें कि इजरायल ने बंधकों की रिहाई के बदले 4 दिन के युद्धविराम को मंजूरी दे दी है. पहले चरण में हमास 50 बंधकों को छोड़ेगा, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. बदले में इजरायल अपनी जेलों में बंद 300 फिलिस्तीनियों को रिहा करने पर सहमत हुआ है. लेकिन पहली किश्त में वो 150 फिलिस्तीनियों को ही रिहा करेगा. समझौते का कार्यान्वयन गुरुवार से शुरू होने वाला था, लेकिन आधी रात के करीब एक आश्चर्यजनक घोषणा में नेतन्याहू के एक शीर्ष सहयोगी ने कहा कि बंधकों की रिहाई शुक्रवार से पहले शुरू नहीं होगी.
'48 दिन से इजरायल और हमास में जंग'
ये खतरनाक जंग बीते डेढ महीने से भी ज्यादा वक्त से दोनों तरफ से चल रही है, जिसमें बीते 48 दिनों से टैंक से लेकर जंगी जहाज तक रात दिन बम बरसा रहे थे. जिस जंग में शहर के शहर तबाह हो रहे थे और इमारतें मलबे में तब्दील होती जा रही थी. वही जंग अब कुछ रोज के लिए थम सकती है. हमास और इजरायल के बीच एक बडी डील फाइनल हो गई है और 240 में से कुछ बंधकों की रिहाई का रास्ता साफ हो गया है.
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