इजरायल में कोरोना की तीसरी बूस्टर डोज लगना शुरू, जानिए- किनको लगेगा ये टीका

इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने फाइजर वैक्सीन की तीसरी डोज को लेकर गाइडलाइन जारी की है. इजरायल स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कमजोर इम्युनिटी के लोगों को वैक्सीन की तीसरी डोज दी जा सकती है.

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इजरायल में रफ्तार पकड़ रहा वैक्सीनेशन अभियान (Photo: Reuters) इजरायल में रफ्तार पकड़ रहा वैक्सीनेशन अभियान (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 1:26 PM IST
  • कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को लगेगी तीसरी डोज
  • एंटीबॉडी विकसित न होने पर ही होगा टीकाकारण
  • इम्युनोसुप्रेशन के मरीजों को ही लगेगा तीसरा टीका

जहां दुनिया के तमाम देश वैक्सीन की किल्लत का सामना कर रहे हैं, वहीं इजरायल अपने नागिरकों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज देने के अभियान पर काम कर रहा है. इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीते हफ्ते हेल्थ फंड और कुछ अस्पतालों से कहा था कि वे फाइजर कोरोना वायरस वैक्सीन की तीसरी खुराक उन लोगों को देना शुरू कर सकते हैं, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है.

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इजरायल की न्यूज वेबसाइट 'द यरुशलम पोस्ट' के मुताबिक इजराइली स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ऐसे लोगों को ही वैक्सीन की तीसरी डोज दी जाएगी, जिनमें वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद भी कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित नहीं हुई है.

इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा था कि इस बात के सबूत मिले हैं कि कुछ लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर (इम्युनोसुप्रेशन) होने की वजह से वैक्सीन की दो डोज लेने के बाद भी संतोषजनक एंटीबॉडी नहीं विकसित हो पाती है. ऐसे में ऐसा हो सकता है कि वैक्सीन की तीसरी डोज देने के बाद एंटीबॉडी विकसित हो जाए. 

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किन्हें ज्यादा है कोरोना से खतरा?

सरकार का यह भी कहना है कि जून और जुलाई में कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिला है, ऐसे में इम्युनोसुप्रेशन के मरीजों को खतरा ज्यादा हो सकता है. इसलिए इन्हें कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज दी जा सकती है.

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किन लोगों को दी जा सकती है वैक्सीन की तीसरी डोज? 

इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है, जो ऑटोइम्यून बीमारियों से पीड़ित हैं, जो लोग क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया, सेल, फेफड़े या गुर्दे के रोग से पीड़ित हैं, वे डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की तीसरी डोज ले सकते हैं. 

वहीं मंत्रालय के प्रोटोकॉल के मुताबिक स्तन, फेफड़े या पेट के कैंसर जैसे ठोस ट्यूमर से पीड़ित कैंसर रोगी वैक्सीन की तीसरी खुराक के लिए योग्य नहीं हैं. इजलाइली स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि उन लोगों पर एक सीरोलॉजिकल परीक्षण किया जाए जिन्हें कोविड की बूस्टर डोज दी जा रही है.

तीसरे डोज के बाद भी सावधानी बरतने की अपील

प्रशासन ने तीसरे डोज से ज्यादा वैक्सीन लगाने की इजाजत अभी किसी को नहीं दी है. सरकार ने कहा है कि अगर तीसरी डोज लग भी जाए तो लोग उन लोगों से बचें, जिन्हें टीका नहीं लगा है. सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे नियमों का पालन जरूर करें.

 

वैक्सीन शॉर्टेज से जूझ रहे दुनिया के कई देश

दुनिया के कई देशों में वैक्सीन की किल्लत देखने को मिल रही है, जिनमें भारत भी शामिल है. देश कई हिस्सों में आज भी वैक्सीन पर्याप्त संख्या में नहीं उपलब्ध है, यही वजह है कि टीकाकरण केंद्रों पर अब भी भारी भीड़ देखने को मिलती है. वहीं इजरायल अपने नागरिकों को कोरोना के खिलाफ वैक्सीन की तीसरी डोज देने की तैयारी में है.

 

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