इजरायल और हमास में जारी आपसी जंग के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संयुक्त अरब अमीरात के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बात की है. इसकी जानकारी खुद ट्रूडो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए दी.उन्होंने कहा कि बातचीत में इजरायल के हालात पर चर्चा की गई और इस दौरान उन्होंने भारत-कनाडा विवाद पर भी चर्चा की.
ट्रूडो ने की ये पोस्ट
ट्रूडो ने लिखा, 'आज फ़ोन पर,महामहिम मोहम्मद बिन ज़ायद और मैंने इजरायल के वर्तमान हालातों के बारे में बात की. हमने अपनी गहरी चिंता जाहिर की और लोगों सुरक्षा को लेकर चर्चा की. हमने भारत और कानून के शासन को बनाए रखने और उसका सम्मान करने के महत्व के बारे में भी बात की.' दरअसल कनाडा में हुई खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप ट्रूडो सरकार ने भारत पर लगाया है जिसके बाद से ही दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण चल रहे हैं.
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ब्रिटिश पीएम से भी की थी बात
रविवार को, यूके के पीएम ऋषि सुनक ने अपने कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो के साथ बात करते हुए भारत-कनाडा विवाद को कम करने का आह्वान किया था.बयान में कहा गया है, 'उन्होंने (ऋषि सुनक) स्थिति में कमी देखने की उम्मीद जताते हुए और अगले कदम तक प्रधानमंत्री ट्रूडो के साथ संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की.'
तनावपूर्ण चल रहे हैं भारत और कनाडा के रिश्ते
आपको बता दें कि कनाडा के आरोपों के बाद से ही भारत और कनाडा के बीच रिश्ते तनावपूर्ण चल रहे हैं. ट्रूडो ने ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की 'संभावित' संलिप्तता का आरोप लगाया है जिससे कनाडा और भारत के बीच कूटनीतिक विवाद शुरू हो गया है. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था.
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कुछ दिन पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दो टूक कहा था कि कि भारत की तुलना में कनाडा के बहुत ही ज्यादा डिप्लोमैट नई दिल्ली में हैं. इसे कम करने की जरूरत है. इससे पहले एक रिपोर्ट में कहा था कि भारत ने कनाडा को 10 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम देते हुए अपने 41 डिप्लोमैट को वापस बुलाने के लिए कहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने सख्त लहजे में कहा है कि तय समय के बाद भी ये राजनयिक अगर भारत में रहते हैं तो इनकी सभी छूट खत्म कर दी जाएगी.
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