मिलिट्री स्टेशन में मजदूर बनकर कर रहा था काम, भारतीय सेना ने पकड़ा बांग्लादेशी नागरिक

सिलिगुड़ी के पास बंगडुबी मिलिट्री स्टेशन में भारतीय सेना ने एक बांग्लादेशी नागरिक को मजदूर के रूप में काम करते हुए पकड़ा है. उसके पास आधार, पैन और वोटर आईडी कार्ड समेत फर्जी भारतीय दस्तावेज मिले. सेना ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया है. मामला संवेदनशील 'चिकन नेक' क्षेत्र से जुड़ा है, जहां सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है.

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पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक (Photo: AI-generated) पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक (Photo: AI-generated)

aajtak.in

  • सिलिगुड़ी,
  • 07 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST

उत्तर बंगाल के सिलिगुड़ी के पास स्थित बंगडुबी मिलिट्री स्टेशन से सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है. भारतीय सेना ने यहां एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया, जो सेना परिसर में सिविलियन मजदूर के रूप में काम कर रहा था.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक जांच में पाया गया कि वह व्यक्ति न केवल बांग्लादेश का नागरिक है, बल्कि उसके पास भारत के आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड भी मौजूद हैं. रक्षा सूत्रों के अनुसार, बंगडुबी मिलिट्री स्टेशन में चल रही सिविल कर्मियों के वेरिफिकेशन प्रक्रिया के दौरान यह मामला सामने आया.

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पकड़ा गया बांग्लादेशी मजदूर

यह स्टेशन भारत के रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र 'चिकन नेक कॉरिडोर' के पास स्थित है, जो पूर्वोत्तर भारत को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है. जांच के दौरान सेना को एक मजदूर पर संदेह हुआ. उसकी पहचान और दस्तावेजों की जांच करने पर उसके पास बांग्लादेश का राष्ट्रीय पहचान पत्र (National ID Card) बरामद हुआ. जब तलाशी ली गई तो आधार, पैन और वोटर आईडी कार्ड जैसे भारतीय दस्तावेज भी मिले.

सेना के प्रवक्ता ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति को बुधवार को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि सैन्य खुफिया एजेंसियां और तैनात जवान लगातार सतर्क हैं ताकि ऐसे किसी भी संभावित सुरक्षा खतरे की पहचान की जा सके.

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आरोपी के पास मिले भारतीय दस्तावेज

प्रवक्ता ने यह भी बताया कि यह घटना इस तथ्य को उजागर करती है कि कई बांग्लादेशी नागरिक फर्जी भारतीय दस्तावेज बनवाकर देश में काम करने और बसने की कोशिश कर रहे हैं रक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए नियमित अंतराल पर वेरिफिकेशन ड्राइव जारी रहेगी.स्थानीय पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपी ने भारतीय पहचान पत्र कैसे बनवाए और क्या इसमें किसी स्थानीय नेटवर्क की भूमिका रही है.
 

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