बांदा में बारिश का कहर, कच्चा मकान ढहने से महिला की मौत, परिजनों का फूटा गुस्सा

बांदा के बीरा गांव में बारिश की वजह से एक कच्चा मकान ढह गया, जिससे उसमें रह रही 50 साल की महिला की दर्दनाक मौत हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि समय पर एम्बुलेंस न आने से महिला की जान गई. पुलिस और राजस्व विभाग ने मिलकर जांच शुरू कर दी है. घटना के बाद गांव में मातम पसरा है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

Advertisement
भारी बारिश से घर गिरने पर महिला की मौत (Photo: Screengrab) भारी बारिश से घर गिरने पर महिला की मौत (Photo: Screengrab)

सिद्धार्थ गुप्ता

  • बांदा,
  • 07 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 5:27 PM IST

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में हो रही रुक-रुक कर बारिश अब जानलेवा साबित हो रही है. ताजा मामला कमासिन थाना क्षेत्र के बीरा गांव से सामने आया है, जहां भारी बारिश की वजह से एक कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया. घर के मलबे में दबकर 50 साल की एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला की पहचान कमला के रूप में हुई है, जो मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करती थी.

Advertisement

घटना मंगलवार की शाम को हुई, जब कमला अपने कच्चे मकान में मौजूद थी. तभी अचानक तेज बारिश के बीच उसका मकान गिर गया. मलबे में दबने के बाद ग्रामीणों ने तुरंत रेस्क्यू कर उसे अस्पताल पहुंचाया. प्राथमिक उपचार के बाद महिला को जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इस दर्दनाक हादसे से गांव में मातम का माहौल है.

परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समय से एम्बुलेंस पहुंच जाती, तो शायद कमला की जान बचाई जा सकती थी, उन्होंने प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठाए और राहत कार्य में देरी का मुद्दा उठाया. स्थानीय लोगों ने बताया कि क्षेत्र में पहले से ही बारिश के कारण कई कच्चे घरों की स्थिति जर्जर हो चुकी है, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया है.

Advertisement

सूचना मिलते ही कमासिन थाना पुलिस मौके पर पहुंची. थानाध्यक्ष कुलदीप तिवारी ने बताया कि महिला की मौत मलबे में दबने से हुई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और राजस्व विभाग के सहयोग से आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

प्रशासन ने दिया मदद का भरोसा

स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और प्रभावित परिवार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया, ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन क्षेत्र के जर्जर मकानों की पहचान कर समय रहते कदम उठाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके.
 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement