यूपी के सभी 75 जिलों में एक साथ की जाएगी ये खास व्यवस्था, सीएम योगी ने मीटिंग में दिए आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सभी 75 जिलों में त्योहारों, मेलों और धार्मिक आयोजनों के दौरान स्वच्छता, सुरक्षा और सतर्कता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यह प्रशासनिक औपचारिकता नहीं बल्कि सेवा और संवेदना का दायित्व है. घाटों पर सीसीटीवी, मेडिकल कैंप, प्रकाश व्यवस्था और एनडीआरएफ टीम की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा. सीएम याेगी ने किसानों, गो-आश्रय स्थलों और खनन पर भी सख्त निर्देश दिए.

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सीएम याेगी आदित्यनाथ (Photo: PTI) सीएम याेगी आदित्यनाथ (Photo: PTI)

समर्थ श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 04 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी 75 जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि आगामी पर्व-त्योहारों, मेलों और धार्मिक आयोजनों के दौरान 'स्वच्छता, सुरक्षा और सतर्कता' को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि यह सेवा और संवेदना का दायित्व है.

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में लाखों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली, गुरु नानक जयंती, ददरी मेला (बलिया) और गढ़मुक्तेश्वर मेला (हापुड़) जैसे आयोजनों में भाग लेने पहुंचते हैं, इसलिए हर जिले में सुरक्षा, स्वच्छता और ट्रैफिक प्रबंधन की तैयारी पूरी तरह सुदृढ़ होनी चाहिए.

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वीसी में दी गई सख्त हिदायतें

मुख्यमंत्री ने देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए कानून-व्यवस्था, आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन, धान खरीद और स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक की. इसमें सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और शासन स्तर के अफसर शामिल रहे. उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थलों, घाटों और मेलों पर शांति, अनुशासन और सुरक्षा की स्थिति बनी रहे, इसके लिए पुलिस और प्रशासन दोनों को सक्रिय रहना होगा. किसी भी प्रकार की अराजकता, अफवाह या अवांछनीय गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट कहा कि “किसी श्रद्धालु की सुविधा, सुरक्षा और सम्मान में कमी नहीं होनी चाहिए. यह हमारी जिम्मेदारी ही नहीं, कर्तव्य भी है.

स्नान घाटों और मेलों के लिए विशेष निर्देश

योगी ने अधिकारियों से कहा कि घाटों पर पर्याप्त प्रकाश, फ्लोटिंग बैरियर, सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल कैंप, मोबाइल टॉयलेट, खोया-पाया केंद्र और चेंजिंग रूम जैसी सुविधाएं पहले से सुनिश्चित की जाएं. उन्होंने आगाह किया कि नदियों का जलस्तर अभी ऊँचा है और प्रवाह तेज है, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरती जाए. मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों की सक्रिय तैनाती के निर्देश दिए.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी नौका पर बिना लाइफ जैकेट के सवारी या बोटिंग न की जाए. विशेष रूप से काशी की देव दीपावली, अयोध्या, प्रयागराज, बलिया, गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़, मुजफ्फरनगर, अमरोहा और बदायूं जैसे जिलों में लाखों श्रद्धालुओं की संभावित उपस्थिति को देखते हुए प्रशासन को पूरी तत्परता से तैयार रहना होगा. मुख्यमंत्री ने संवेदनशील ड्यूटी पॉइंट्स पर ड्यूटी के दौरान रील या वीडियो बनाने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती पर रोक लगाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जनसेवा के कार्य में अनुशासन और मर्यादा सर्वोपरि होनी चाहिए. ड्यूटी के दौरान दिखावा या प्रचार नहीं, बल्कि सेवा भावना झलकनी चाहिए.

धान खरीद और किसानों की सुविधा पर फोकस

मुख्यमंत्री ने किसानों से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि धान खरीद की प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रहे. किसी किसान को परेशानी न हो और किसी भी स्तर पर बिचौलियों की भूमिका न आने पाए. जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि खाद, बीज और कृषि उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता हर जिले में सुनिश्चित की जाए. हाल की बारिश से प्रभावित फसलों के मुआवजे को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्काल सर्वे कराया जाए और बिना विलंब किसानों को क्षतिपूर्ति दी जाए. उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजा पाने के लिए चक्कर न लगाने पड़ें, यह प्रशासन की जिम्मेदारी है.

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अवैध खनन पर सख्ती

मुख्यमंत्री योगी ने अवैध खनन पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि प्रदेश के किसी भी हिस्से में खनन माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने निर्देश दिया कि विशेष निगरानी टीमें गठित की जाएं और औचक निरीक्षण कर अनियमितताओं पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने यह भी चेताया कि अगर किसी भी अधिकारी की लापरवाही पाई गई, तो सीधे जिम्मेदार अफसर पर कार्रवाई होगी.

गो-आश्रय स्थलों और कर्मियों के भुगतान पर समीक्षा

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निराश्रित गो-आश्रय स्थलों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी स्वयं इन स्थलों का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि सभी गोवंशों को उचित चारा, पानी और चिकित्सा सुविधा मिले. साथ ही उन्होंने आशा, आंगनबाड़ी, रसोइया और मानदेय पर कार्यरत कर्मियों को समय से भुगतान करने के निर्देश दिए. 

विकसित उत्तर प्रदेश @2047 पर जोर

मुख्यमंत्री ने बैठक में चल रहे अभियान ‘विकसित उत्तर प्रदेश @2047’ की समीक्षा भी की. उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेशभर से 72 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं. जौनपुर, गाजीपुर, हरदोई, प्रतापगढ़, बिजनौर, गोरखपुर, बरेली, सोनभद्र और गोंडा जैसे जिलों से लोगों ने विकास को लेकर उपयोगी सुझाव भेजे हैं. योगी ने कहा कि इस अभियान को जनभागीदारी का रूप दिया जाए ताकि जनता के विचारों से ही प्रदेश के विकास का रोडमैप तय हो सके. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश के भविष्य का खाका जनता के सुझावों और अनुभवों से ही बनेगा. यही लोकतंत्र की असली ताकत है.

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सुरक्षा, सेवा और संवेदना

बैठक के अंत में मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि प्रदेश की पहचान सुरक्षित, स्वच्छ और संवेदनशील उत्तर प्रदेश के रूप में बनी रहे, इसके लिए हर स्तर पर समन्वय जरूरी है. उन्होंने कहा कि त्योहारों के अवसर पर प्रशासन की जिम्मेदारी सिर्फ व्यवस्था संभालने की नहीं, बल्कि जनता के बीच विश्वास और सुरक्षा का माहौल बनाने की भी है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था, स्वच्छता, ट्रैफिक प्रबंधन और सार्वजनिक सुविधाओं पर विशेष ध्यान दें. उन्होंने कहा, छोटी लापरवाही भी बड़े संकट का कारण बन सकती है. इसलिए हर अधिकारी को संवेदनशील दृष्टिकोण से काम करना होगा.
 

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