युवक ने MBA कर खोला ढाबा, फिर करने लगा ऐसा काम... खानी पड़ी जेल की हवा

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में MBA पास युवक ने एक ढाबा खोला. ढाबे का नाम पहलवान रखा. फिर ज्यादा पैसों के लालच में आकर गलत काम करने लगा. उसने ढाबे पर बेचने के लिए बरेली से दो क्विंटल डोडा पोस्त (अफीम) मंगवाया था और ट्रक ड्राइवरों को सप्लाई करता था. तभी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

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डोडा पोस्त तस्करी के आरोप में एमबीए पास युवक अरेस्ट डोडा पोस्त तस्करी के आरोप में एमबीए पास युवक अरेस्ट

राहुल कुमार

  • सहारनपुर,
  • 03 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 3:48 PM IST

सहारनपुर में एमबीए पास कर एक युवक ने ढाबा खोला और फिर ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में नशे का सामान बेचने लगा. अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. वह सप्लाई करने के लिए गाड़ी में डोडा पोस्त (अफीम) लोड कर रहा था. तभी पुलिस ने उसे 60 किलो अफीम के साथ मौके से धर दबोचा. बाकी का अफीम गिरफ्तार युवक का भाई और दोस्त  गाड़ी में लेकर फरार हो गया.

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सहारनपुर में पुलिस ने एक बड़े अफीम तस्करी के मामले का पर्दाफाश किया है. यहां एक MBA पास युवक परवेज पुत्र सुलेमान को गिरफ्तार किया गया है. युवक अपने गांव में पहलवान ढाबा नाम से एक होटल चलाता था. यहां से वह ट्रक ड्राइवरों को अवैध रूप से डोडा पोस्त बेचता था.

60 किलो अफीम के साथ युवक गिरफ्तार
पुलिस ने उसके पास से 60 किलो 450 ग्राम डोडा पोस्त बरामद किया है. भारी मात्रा में नशीले पदार्थ उसने अपने ढाबे के पास छिपा रखा था. पुलिस के अनुसार MBA पास परवेज और उसके साथियों ने बरेली से दो क्विंटल डोडा पोस्त मंगवाया था. इसे इन्होंने 10 बोरियों में भरकर छिपाया था. जब पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया, तो परवेज का भाई और उसका साथी काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी में 7 बोरे लाद चुके थे.

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आधे से ज्यादा डोडा पोस्त लेकर भाग गया भाई और दोस्त
पुलिस को देख परवेज का भाई और उसका दोस्त स्कॉर्पियों लेकर भागने में सफल रहे. लेकिन पुलिस ने परवेज को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और 3 बोरा डोडा पोस्त बरामद किया. पूछताछ के दौरान परवेज ने बताया कि वह अपने भाई और एक अन्य साथी के साथ मिलकर इस अवैध धंधे को चला रहा था. 

ढाबे पर ट्रक ड्राइवरों को बेचता था अफीम
परवेज का कहना है कि इस धंधे से उन्हें अच्छी कमाई हो रही थी. वे अपने ढाबे पर आने वाले ट्रक ड्राइवरों को यह नशीला पदार्थ बेचते थे. उसका भाई बरेली के एक व्यक्ति से डोडा पोस्त मंगवाता था और वे उसे छिपाकर रखते थे, ताकि पुलिस की नजरों से बच सकें.

परवेज का मामला यह दर्शाता है कि शिक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा के बावजूद, लालच और गलत संगत में पड़कर लोग किस तरह अवैध गतिविधियों में संलिप्त हो सकते हैं. पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई ने न केवल एक बड़े नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि कानून के हाथ कितने लंबे होते हैं.

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