उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां कॉलेज बंक कर छिप छिपकर मिलने वाले प्रेमी जोड़े की सगाई पंचायत के फरमान पर तय कर दी गई. मामला थाना नागल क्षेत्र का है, जहां गांव की पंचायत ने युवक और युवती को परिजनों की मौजूदगी में बैठाकर ऐसा फैसला सुनाया, जिसकी पूरे इलाके में चर्चा हो रही है.
घटना 16 तारीख की है और मामला देवबंद क्षेत्र के एक गांव से जुड़ा हुआ है. यहां का रहने वाला युवक और थाना नागल क्षेत्र के एक गांव की युवती एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं. दोनों के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. मंगलवार को दोनों ने कॉलेज जाने के बजाय बंक करने और साथ घूमने की योजना बनाई. इसी कारण युवती तय समय पर घर नहीं पहुंच सकी.
प्रेमी जोड़े के लिए पंचायत ने सुनाया ये फैसला
जब युवती देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजन चिंतित हो गए और उसकी तलाश शुरू कर दी. इसी दौरान युवक युवती को गांव छोड़ने पहुंचा. गांव में पहुंचते ही ग्रामीणों ने दोनों को देख लिया और युवक को पकड़ लिया. इसके बाद युवक से पूछताछ की गई और उसके परिजनों को भी मौके पर बुला लिया गया.
दोनों पक्षों के परिजन गांव पहुंचे तो पूरे मामले को लेकर पंचायत बुलाई गई. पंचायत में यह बात सामने आई कि युवक और युवती सजातीय हैं. इसके बाद पंचायत ने दोनों परिवारों की सहमति से प्रेमी जोड़े का रिश्ता तय कराने का फैसला किया. पंचायत के सामने ही सगाई तय कर दी गई और शगुन का लेनदेन भी कराया गया.
धूमधाम से कराई जाएगी प्रेमी जोड़े की शादी
पंचायत ने यह भी निर्णय लिया कि कुछ ही दिनों के भीतर दोनों की शादी धूमधाम से कराई जाएगी. पंचायत का मानना था कि दोनों लंबे समय से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, इसलिए समाजिक सहमति के साथ विवाह कराना ही बेहतर रास्ता है. इस पूरे घटनाक्रम के बाद गांव और आसपास के इलाकों में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग इसे पंचायत का अनोखा फैसला बता रहे हैं, जहां कॉलेज बंक करने की कीमत सीधे सगाई और शादी के फैसले के रूप में सामने आई.
राहुल कुमार