स्वच्छ महाकुंभ 2025: 1.5 लाख टॉयलेट्स और 'पेइंग गेस्ट' योजना से होगी सुविधाओं की भरमार

महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज प्रशासन लाखों तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए 1.5 लाख टॉयलेट्स और 'पेइंग गेस्ट' आवास योजना पर जोर दे रहा है. स्थानीय निवासियों को अपने घरों को किराए पर देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि तीर्थयात्रियों को घर जैसा माहौल मिल सके. मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या जैसे प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है.

Advertisement
प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारी जोरों पर प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारी जोरों पर

aajtak.in

  • प्रयागराज ,
  • 07 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:13 PM IST

महाकुंभ मेला 2025 के भव्य आयोजन की तैयारी में प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम शुरू कर दिए हैं. प्रयागराज में इस बार 1.5 लाख टॉयलेट्स का निर्माण किया जा रहा है, ताकि स्वच्छता और सुविधाओं का उच्च स्तर बनाए रखा जा सके. प्रशासन का लक्ष्य है कि ये टॉयलेट्स 15 दिसंबर तक पूरी तरह से तैयार हो जाएं.

Advertisement

महाकुंभ मेला स्पेशल ऑफिसर आकांक्षा राणा ने बताया कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए 1.5 लाख टॉयलेट्स लगाए जा रहे हैं. इन टॉयलेट्स की सफाई के लिए जेट स्प्रे सिस्टम और सुरक्षा के लिए क्यूआर कोड आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया जाएगा. इस परियोजना में 55 वेंडर जुड़े हुए हैं, जो मेला क्षेत्र में टॉयलेट और यूरिनल सुविधा प्रदान करेंगे.

1.5 लाख टॉयलेट्स लगाने की तैयारी

मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या जैसे प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, इसलिए प्रशासन ने 49,000 सोक-पिट टॉयलेट्स, 12,000 एफआरपी टॉयलेट्स और 350 मोबाइल टॉयलेट्स भी उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है.

इसके अलावा, पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्रियों के लिए सस्ते और आरामदायक आवास विकल्प के रूप में 'पेइंग गेस्ट' योजना भी शुरू की है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि स्थानीय निवासियों को अपने घरों को पेइंग गेस्ट सुविधा के रूप में पंजीकृत कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इस योजना के तहत निवासियों को आतिथ्य, स्वच्छता और उचित व्यवहार के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

Advertisement

स्वच्छता सर्वोच्च को दी जा रही है प्राथमिकता

इस सुविधा का लाभ लेने के लिए एक टोल-फ्री नंबर और व्हाट्सएप संपर्क की व्यवस्था की गई है. शुरू में 2,000 घरों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है, जहां निवासियों को 3 साल की वैधता के साथ पंजीकरण मिलेगा और वे अपनी सुविधा के अनुसार किराए का निर्धारण कर सकेंगे. अब तक 50 घर पंजीकृत किए जा चुके हैं और कई और प्रक्रिया में हैं.

तीर्थयात्रियों को लाइसेंस प्राप्त पेइंग गेस्ट सुविधाओं की सूची मेला प्रशासन की वेबसाइट और ऐप पर उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे उनकी खोज आसान हो जाएगी.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement