प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जनता को आज नवरात्रि के पावन मौके पर लगभग 1,785 करोड़ की 28 परियोजनाओं की सौगात देने जा रहे हैं. पीएम मोदी इनमें से 19 परियोजनाओं का जनसभा के दौरान लोकार्पण करेंगे तो नौ परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे.
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. यह देश का पहला और दुनिया का अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे है. 3.8 किलोमीटर की लंबाई वाला यह रोपवे दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा. यह वाराणसी में आसान यातायात बनाए रखने में मील का पत्थर साबित होगा.
पीएम मोदी के शुक्रवार के आगमन के साथ ही उनका संसदीय क्षेत्र वाराणसी एक और नए कीर्तिमान से जुड़ जाएगा, जहां देश का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे बनने वाला है. इसके अलावा लापाज और मैक्सिको सिटी में भी अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे हैं. वाराणसी में जिस रोपवे का शिलान्यास पीएम मोदी करेंगे. उसे स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट बना रही है.
3.8 किलोमीटर वाला रोपवे वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन से शुरू होकर गौदोलिया चौराहे तक जाएगा. यह सफर सिर्फ 16 मिनट में पूरा हो जाएगा. रोपवे पर 150 केबल कार या ट्राॅलियां होंगी, जो सड़क से 50 मीटर ऊपर दौड़ेगी. प्रत्येक ट्राॅली में 10 लोग एक साथ सवार हो सकेंगे. एक घंटे में दोनो तरफ से 600 ट्राॅलियां गुजर जाएगी. इसका मतलब हर मिनट दोनों तरफ से 10 ट्राॅलियां गुजर जाएंगी.
माना जा रहा है कि यह रोपवे दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा. 3.8 किलोमीटर के फासले के दौरान रोपवे में कुल 5 स्टेशन होंगे, जिसमें कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहा. पीएम शिलान्यास के पहले रोपवे के माॅडल का अवलोकन भी करेंगे.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की सचिव अल्का उपाध्याय ने बताया कि देश का पहला अर्बन मोबिलिटी वाला यह रोपवे वाराणसी में बनने जा रहा है, जो वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन से काशी विश्वनाथ तक पहुंचेगा. इसकी लंबाई 3.8 किलोमीटर है और बीच में तीन पड़ाव होंगे. प्रारंभिक स्टेशन सभी तरह की सुख सुविधाओं से युक्त होगा, जहां लाॅकर रूम और रेस्तरां भी होगा.
उन्होंने आगे बताया कि वाराणसी आने वाले जो पर्यटक विश्वनाथ मंदिर तक जाते है. उन्हे गलियों से होकर गुजरना पड़ता है तो ऐसे लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी और ट्रैफिक कंजेशन भी नहीं होगा.
रोशन जायसवाल