फर्जी एडमिशन दिखाकर कॉलेज प्रबंधन ने हड़पी करोड़ों की छात्रवृत्ति, ED ने जब्त की 20 करोड़ की बिल्डिंग

यूपी के लखनऊ (lucknow) में एक कॉलेज प्रबंधन ने फर्जी तरीके से छात्रों का एडमिशन दिखाकर करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति हड़प ली. जब इस मामले में जांच की गई तो सारा राज खुल गया. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में अब बड़ा एक्शन लिया है. ईडी ने हाजिया कॉलेज की 20 करोड़ कीमत की बिल्डिंग जब्त कर ली है.

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फर्जी तरीके से हड़पी छात्रवृत्ति. (Representational image) फर्जी तरीके से हड़पी छात्रवृत्ति. (Representational image)

आशीष श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 06 जून 2024,
  • अपडेटेड 11:04 AM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (lucknow) में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने फर्जी मार्कशीट (Fake mark sheet) और छात्रवृत्ति घोटाले (scholarship scam) के मामले में हाजिया संस्थान की 20 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है. हाजिया कॉलेज के भवनों को जब्त किया गया है. कॉलेज के जो भवन जब्त किए गए हैं, उनकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपये बताई गई है. अब तक 41.13 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं.

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इस संबंध में एक लेटर जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इलाहाबाद उप क्षेत्रीय कार्यालय ने पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 20.6 करोड़ की संपत्तियां कुर्क की हैं. मामले में यह छठी कुर्की है. कुर्क की गई संपत्तियां हाइजिया ग्रुप ऑफ कॉलेजे लखनऊ के भवनों के रूप में हैं.

यह भी पढ़ें: 3000 फर्जी खाते, ढाई करोड़ से ज्यादा रुपये हड़पे... अब अफसरों तक पहुंची दिव्यांग छात्रवृत्ति घोटाले की जांच

ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी. जांच में पता चला था कि कॉलेजों के प्रबंधक और ट्रस्टी ने डमी छात्रों को दाखिला दिलाया और उनके नाम से सरकारी पोर्टल पर छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया. छात्रवृत्ति के सभी औपचारिकताएं और कागजी कार्रवाई कॉलेजों के प्रबंधकों ने खुद पूरी की थी. इसके बाद छात्रवृत्ति कॉलेजों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई और फिर कैश निकाल लिया गया या अन्य खातों में राशि ट्रांसफर कर दी गई.

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इस तरह से जरूरतमंद और वास्तविक छात्र वंचित रह गए और करोड़ों का गबन हुआ. अब तक इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. विभिन्न कॉलेजों के प्रबंधकों और ट्रस्टियों के नाम पर 20.53 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियों को कुर्क करने के 5 आदेश जारी किए जा चुके हैं.

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