ललितपुर जिला कारागार में तलाशी के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है. विचाराधीन बंदी ज्ञानेन्द्र ढाका के कपड़ों से मोबाइल फोन बरामद होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. जांच में जेल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होने पर डीजी जेल पीसी मीणा ने सख्त कार्रवाई की है.
जानकारी के अनुसार, 6 नवंबर 2025 को जिला कारागार ललितपुर में तलाशी अभियान चलाया गया था. इस दौरान बंदी ज्ञानेन्द्र ढाका पुत्र कृष्णपाल के कपड़ों से एक कीपैड मोबाइल फोन मिला. यह मामला सामने आते ही जेल विभाग ने तत्काल जांच के आदेश दिए.
जेल में कैदी के पास मिला मोबाइल फोन
जांच पुलिस उपमहानिरीक्षक कारागार, कानपुर परिक्षेत्र से कराई गई. जांच में पाया गया कि जेलर जीवन सिंह, उप कारापाल प्रिन्स बाबू और वार्डर आकाश कुशवाहा ने अपने कर्तव्यों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही बरती. अधिकारियों की इस लापरवाही के कारण बंदी के पास मोबाइल पहुंच गया था.
तीनों अधिकारियों को निलंबित किया गया
जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद डीजी जेल पीसी मीणा ने तीनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई शुरू की गई है. जेल विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जेलों में सख्त निगरानी बढ़ाई जाएगी.
आशीष श्रीवास्तव