'ना कोई सस्पेंड होगा, ना मुआवजा मिलेगा, डेड बॉडी लेकर बैठे रहो', लखीमपुर में युवक की मौत पर बवाल, शव लेकर बैठे परिजनों को CO ने हड़काया

लखीमपुर खीरी जिले में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में हुई एक युवक की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है. जब पुलिस अधिकारी दल बल के साथ मृतक का अंतिम संस्कार कराने पहुंचे तो उनकी परिजनों से तीखी बहस हो गई. इस दौरान सीओ पीपी सिंह अपना आपा खो बैठे और मृतक के परिवार को ही धमकाने लगे.

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लखीमपुर खीरी में मृतक के परिजनों को हड़काते सीओ लखीमपुर खीरी में मृतक के परिजनों को हड़काते सीओ

अभिषेक वर्मा

  • लखीमपुर खीरी ,
  • 08 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 4:25 PM IST

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में हुई एक युवक की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है. जब पुलिस अधिकारी दल बल के साथ मृतक का अंतिम संस्कार कराने पहुंचे तो उनकी परिजनों से तीखी बहस हो गई. इस दौरान सीओ आपा खो बैठे और मृतक के परिवार को ही हड़काने लगे. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी रिएक्ट किया है. 

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दरअसल, पूरा मामला लखीमपुर खीरी जिले के निघासन थाना क्षेत्र का है, जहां बीते दिन शराब बनाने के आरोप में पकड़े गए युवक की कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई. जैसे ही इसकी खबर परिजनों को लगी उन्होंने बवाल काट दिया. परिजनों ने शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक्शन के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. ऐसे में पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. सीओ समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया, मगर परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे.   

बताया जा रहा है कि हुलासी पुरवा गांव का रहने वाला रामचंद्र लकड़ी लाने जंगल में गया था. तभी पुलिस ने वहां दबिश देकर शराब बनाने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए लोगों में रामचंद्र भी शामिल था. थाने ले जाते समय रामचंद्र की हालत बिगड़ गई तो उसे रास्ते में ही सीएचसी पर उतार दिया गया और बाकी तीन आरोपियों को पुलिस मझगईं थाने लेकर चली गई. इस दौरान रामचंद्र ने दम तोड़ दिया. 
 
परिजनों ने अंतिम संस्कार से किया इनकार 

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रामचंद्र की हुई मौत की जानकारी मिलते ही परिजन निघासन सीएचसी पहुंच गए और शव को रखकर प्रदर्शन करने लगे. आरोप है कि मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को खदेड़ दिया और शव को जबरदस्ती एंबुलेंस में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लखीमपुर चले गए. 

अगले दिन सुबह जब रामचंद्र का शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई करने के लिए प्रदर्शन शुरू कर दिया. परिजनों का कहना था कि पुलिसवालों ने रामचंद्र की पिटाई की, फिर उसे बीच रास्ते छोड़ गए, मौत के बाद जबरन पोस्टमार्टम भी करवा दिया. इतना ही नहीं विरोध करने पर लाठी चलवा दी. 

मृतक के परिजनों पर उखड़ गए सीओ 

बीती रात धौरहरा क्षेत्र के सीओ पीपी सिंह ने परिजनों से मुलाकात की और शव के अंतिम संस्कार की अपील की. लेकिन परिजन नहीं माने. इसपर सीओ उखड़ गए. उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि 'ना मझगईं थाना सस्पेंड होगा, ना निघासन थाना सस्पेंड होगा, ना कोई मुआवजा देंगे, जितने दिन रखना है रख लो डेड बॉडी को घर पर, चार दिन-पांच दिन..  जीतने दिन मन हो.' यह कहते हुए सीओ दल बल के साथ मौके से चले गए. किसी ने इसका वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

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एडिशनल एसपी का बयान 

वहीं, पूरे मामले पर लखीमपुर खीरी जिले के एडिशनल एसपी ईस्ट पवन गौतम ने बताया कि एक सूचना प्राप्त हुई थी की चार व्यक्तियों के द्वारा अवैध शराब बनाई जा रही है. जिनमें से एक व्यक्ति थाना मझगईं पर पंजीकृत गैंगस्टर एक्ट के अभियोग का वांछित था. प्राप्त सूचना पर पुलिस के पहुंचने पर गैंगस्टर एक्ट में वांछित अभियुक्त रामचंद्र उर्फ लालता भागने लगा, तभी संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर बेहोश हो गया. पुलिस टीम द्वारा पकड़े गए तीन अभियुक्तों एवं रामचंद्र को सीएससी निघासन ले जाया गया, जहां रामचंद्र को मृत घोषित कर दिया गया. मृतक के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी. 

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