कुशीनगर: प्राइवेट अस्पताल की लापरवाही से जच्चा बच्चा की मौत, डॉक्टर गिरफ्तार, हॉस्पिटल सील

उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के खड्डा इलाके में शनिवार को 25 वर्षीय महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत के मामले में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. वहीं अस्पताल को भी सील कर दिया गया है.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

aajtak.in

  • कुशीनगर,
  • 15 जून 2025,
  • अपडेटेड 7:50 AM IST

उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के खड्डा इलाके में शनिवार को 25 वर्षीय महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत के मामले में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी डॉ. मोहम्मद सईद को चिकित्सकीय लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और जिस निजी अस्पताल में वह काम कर रहा था, उसे सील कर दिया गया है.

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उपमंडल मजिस्ट्रेट (खड्डा) मोहम्मद जफर ने बताया कि खड्डा कस्बे के खड्डा-नेबुआ मार्ग पर महाराणा प्रताप चौक पर स्थित विभ्रांत अस्पताल में इलाज के दौरान 25 वर्षीय महिला असमा खातून पत्नी सिकंदर और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई. मौतों के बाद व्यथित परिजनों ने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और शवों को गेट के बाहर रख दिया.

यह भी पढ़ें: MAX अस्पताल लापरवाही: विरोध में धरने पर बैठे मृत बच्चे के परिजन

सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत कराया. एसडीएम ने कहा कि हमने अस्पताल को सील कर दिया है और आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. अस्पताल अवैध रूप से चल रहा था. पुलिस के अनुसार, हनुमानगंज थाना क्षेत्र के रामपुर जंगल गांव की रहने वाली आसमा को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार रात विभ्रांत अस्पताल लाया गया था.

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परिजनों ने बताया कि रात करीब 11 बजे अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ. शुरुआत में डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. लेकिन, जल्द ही अस्पताल के कर्मचारी बहाने बनाने लगे. परिवार ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने पैसे मांगे और जिला अस्पताल से खून का इंतजाम करने को कहा.

पुलिस ने बताया कि जब आसमा की हालत बिगड़ने लगी तो अस्पताल प्रबंधन ने परिवार को उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी. परिवार ने खुद को अस्पताल का फिजीशियन बताने वाले डॉ. सैयद पर आरोप लगाया कि उन्होंने उन्हें झूठा भरोसा दिलाया कि जच्चा-बच्चा दोनों जीवित हैं.

हालांकि, परिवार को संदेह हुआ तो डॉ. सैयद ने अपनी गाड़ी में बैठकर भागने की कोशिश की. जिसके बाद परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया. एसडीएम जफर ने कहा कि जांच में पता चला है कि विभ्रांत अस्पताल बिना किसी पंजीकरण के चल रहा था. आगे की जांच जारी है. खड्डा एसएचओ हर्षवर्धन सिंह ने पुष्टि की कि डॉ. सैयद के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.

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